Aaj Samaj (आज समाज),Bihar News, बिहार, 24 अगस्त: बिहार में विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर राज्य सरकार और राजभवन के बीच खींचतान की खबर आ रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की है। बैठक के बाद राजभवन से एक बयान जारी किया गया जिसमें कहा गया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों से संबंधित विषयों पर राज्यपाल से विमर्श किया। मुख्यमंत्री का राज्यपाल से जाकर मुलाकात करना प्रदेश के शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न विश्वविद्यालयों में कुलपति के लिए आवेदन आमंत्रित करने के एक दिन बाद हुआ। विभाग के द्वारा मंगाय जा रहे आवेदन की अंतिम तिथि 13 सितंबर है।
राजभवन और बिहार सरकार की अधिसूचना में अंतर
बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति के सचिवालय ने पटना विश्वविधायल, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, बाबासाहेब बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर, जय प्रकाश नारायण विश्वविद्यालय छपरा बी एन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा, और आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना में कुलपति पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। जबकी शिक्षा विभाग ने मंगलवार को मात्र पांच विश्वविद्यालय के लिए आवेदन आमंत्रित किय थे। दोनों के द्वारा जारी अधिसूचना में आवेदन की अंतिम तिथि एक समान था। लेकिन विश्वविद्यालय की संख्या राज्य सरकार ने दो कम किया था। दोनों के तरफ से जारी अधिसूचना में काफी अंतर था। बिहार सरकार ने अपने अधिसूचना में बाबासाहेब बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर का नाम नहीं दी थी।
क्या है पूरा मामला?
बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के कुलपति और पर्तिकुलपति के बैंक खातों को फ्रीज करने(उनमें लेन-देन पर रोक) को लेकर बिहार सरकार और राजभवन के बीच पहले से ही टकराव चल रहा है। शिक्षा विभाग ने राजभवन के आदेश को अधिकारियों के बैंक खातों को फ्रिज करने के आदेश को वापस लेने से इनकार कर दिया। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने अपने अधिकार क्षेत्र के तहत बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के कुलपति और पर्तिकुलपति के बेतन पर रोक लगा दिया था।
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