मुंबई। एशिया का सबसे बड़ा स्लम धारावी में कोरोना का मामला सामने आने पर बड़ी चिंता का विषय सबके लिए बन गया था। ऐसा लग रहा था कि अगर धारावी में कोरोना संक्रमण फैला तो यह बड़ी मुसीबत बन सकता है। यह हॉटस्पाट बनने केबाद यहां जांच शुरू की गई थी लेकिन अब यहां से अच्छी खबर आ रही है। यहां तेजी से पिछले एक हफ्ते से किसी भी व्यक्ति की मौत कोरोना से नहीं हुई। पॉजिटिव केस की संख्या में में भी कमी दर्ज की गई है। बीएमसी के मुताबिक, एक जून को यहां 34 नए पॉजिटिव केस सामने आए थे। जबकि सात जून को तेरह मामले सामने आए थे। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक धारावी में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या में कमी दर्ज की गई है।बीएमसी के सहायक नगर आयुक्त किरण दिघावकर (धारावी मिशन के प्रभारी भी हैं) ने कहा, ‘धारावी में कोरोना जांच में आई तेजी से पॉजिटिव केस की संख्या में कमी आई है। बीएमसी के स्वास्थ्यकर्मी, प्राइवेट क्लीनिक के डॉक्टर, मोबाइल वैन की मदद से घर-घर जाकर लगभग सात लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई।’ उन्होंने आगे कहा कि हमने बुखार, ऑक्सीजन स्तर और अन्य लक्षणों के लिए अधिकतम लोगों के स्क्रीनिंग के फार्मूले पर काम किया। उन्हें अलग किया और लगातार परीक्षण किया। बीएमसी के आंकड़ों के मुताबिक, धारावी की जनसंख्या साढ़े आठ लाख के करीब है। इस इलाके के करीब 8500 लोगों को सरकारी क्वारंटाइन में रखा गया। एक अप्रैल को पहला मामला सामने आने के बाद धारावी हॉटस्पॉट बन गया। एक अप्रैल को पहला मामला सामने आने के बाद धारावी हॉटस्पॉट बन गया।