(New Delhi News) नई दिल्ली। राकेश शर्मा
एक पार्टी जिसका जन्म अन्ना को धोखा देकर अन्ना आंदोलन के गर्भ से देश की राजनीति में सूचिता लाने के लिए हुआ , प्रारंभ से ही टोपी पहनाने की विशेषज्ञ बनकर उभरी है। सूचिता की बात तो बहुत दूर की कौड़ी है, सिद्धांतविहीन, सुविधानुसार इनके नेता समय समय पर अपने बयान बदलते रहते है जिससे जनता इस पार्टी पर अपना विश्वास खोती जा रही है।
सबसे पहले बात करते हैं तानाशाह अरविंद केजरीवाल की । यह कथित आम आदमी , आप पार्टी का नेता इतना असहिष्णु है की अपने से ज़्यादा समझदार या किसी विषय पर असहमति रखने वाले व्यक्ति को अपनी पार्टी में सहन नहीं कर सकता है , उन्हें या तो निकाल देता है या पार्टी छोड़ने को मजबूर कर देता है। यह किसी तानाशाह की सबसे पहली कमजोरी और निशानी होती है। योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण, कुमार विश्वास, एडमिरल राम दास, मयंक गांधी, साज़िया इल्मी, आशुतोष, अंजलि डालमिया, आनंद कुमार , अजीत झा सभी अरविंद केजरीवाल से ज़्यादा बुद्धिमान थे और आज सभी बाहर है। सिर्फ़ हाँ में हाँ मिलाने वाले चमचे या साधारण से भी नीचे बुद्धि वाले लोग ही केजरीवाल को पसंद आते हैं जिन्हें सिर्फ़ समय समय पर सत्ता की रेवड़ी पाने के बाद हर सही ग़लत बात पर मुँह में दही जमाकर रखना है, केजरीवाल के झूठ को तरह तरह से , ज़ोर ज़ोर से चिल्लाकर जनता के गले उतारने का प्रयास करना है।
इस झूठ की फैक्ट्री में केजरीवाल के बाद नाम आता है दिल्ली की अस्थायी मुख्यमंत्री आतिशी का , अस्थायी इसलिए की उन्होंने स्वयं अपनी कुर्सी के बग़ल में एक ख़ाली कुर्सी रखी है और कहती है कि यह कुर्सी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की है,जो परिस्थितिवश इस पद पर आसीन होने से पहले केजरीवाल की छद्म प्रचार मंत्री थीं। हर बात पर सौरभ भारद्वाज, संजय सिंह और अन्यों के साथ विभिन्न मंचों का दुरुपयोग करते हुए जनता को झूठ परोसने में महारत हांसिल किए हैं।
सबसे ताज़ा उदाहरण आज का ही है जब अपने वायदे के अनुसार दिल्ली का ज़हरीला प्रदूषण कम करने में पूर्णतः असफल रहने के बाद आज इस अस्थायी मुख्य मंत्री ने टीवी पर आकर टोपी पहना दी की प्रदूषण के लिये केंद्र की सरकार ज़िम्मेवार है। यदि हर बुरे काम के लिए केंद्र ज़िम्मेवार है तो आप किसलिए जबरन सत्ता पर क़ाबिज़ हो। पंजाब में सत्ता में आने से पहले केजरीवाल दिल्ली में प्रदूषण के लिये पंजाब की पराली को ज़िम्मेवार बताते थे लेकिन अब अचानक से केंद्र कैसे ज़िम्मेवार हो गया ।
क्या पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने में असफल रहने के कारण अब टोपी केंद्र पर पहनाने का प्रयास कर रही है और अभी तो दीपावली दूर है और दिल्ली वाले 334 एक्यूआई के वायुप्रदूषण में जीने को मजबूर हैं, इन्हें बच्चों बुर्जुर्गों और बीमारों की कोई परवाह नहीं है जो अस्पतालों, डाक्टरों का बिल तो भर ही रहें है स्वास्थ्य की समस्याओं से भी झूझ रहें है। साधारण लोग कह रहे हैं की मुफ़्त की शराब की तरह केजरीवाल/आतिशी धूम्रपान ना करने वाले दिल्लीवालों को भी लगभग बीस सिगरेट के बराबर धुआँ रोज़ मुफ़्त में पीला रहें हैं।
इस महाझूठी ने दूसरा झूठ बोल दिया की आज दिल्ली में एक स्कूल के बाहर विस्फोटक मिलने के लिए भी केंद्र ज़िम्मेवार है। अराजक और आतंकी तत्व त्योहारों के अवसर पर भय और भ्रम का वातावरण बनाने के लिए ऐसी अमानवीय हरकतें करते हैं, इसपर राजनीति ना कर मिलकर मुक़ाबला करने का समय होता है।
अभी कल ही एक टीवी चैनल पर यह झूठ साम्राज्ञी बड़ी बड़ी डींगें हाँक कर टोपी पहनाकर चली गई की इस गर्मी में दिल्ली में बिजली नहीं गई लेकिन यह बताना भूल गई की दिल्ली की जनता एक एक बूँद पानी के लिए तरस गई जिसकी टोपी हरियाणा और हिमाचल पर पहना दी , जिन्हें पानी मिला वह भी वह गंदा पानी पीने को मजबूर हो गये, जब आतिशी टोपी पहना रही थी तो एंकर महोदय यह सब पूछना ही भूल गए, यह भी नहीं पूछा की दिल्ली के लोग एक एक फुट गड्डों वाली सड़कों में कब तक चलेंगे , हाँ एक दिन नौटंकी ज़रूर की थी जब आपके सारे विधायक अस्थाई मुख्यमंत्री के नेतृत्व में गड्ढ़े देखने निकले लेकिन उसके बाद ढाक के तीन पात गड्डे वहीं के वहीं।
टॉपीबाज़ों से कोई पूछे मोहल्ला क्लिनिक जानवरों का विश्राम स्थल कैसे बना, एक एक क्लिनिक में एक दिन नो सौ मरीज़ दिखाकर कौन पैसा कमा रहा है, दिल्ली जल बोर्ड घोटाला किसने किया, स्कूलों में झूठे कमरे बनाने के घोटाले का ज़िम्मेवार कौन है, दवाई घोटाला किसने किया, शीशमहल घोटाला किसने किया, शराब घोटाले बेल मिली है क्लीन चिट नहीं, केस चल रहा है , आप नेता बरी नहीं हुए हैं इसे ऐसी टोपी पहना रहें हैं की जैसे इन्हें क्लीन चिट मिल गई है।
जनता ने तो आप पार्टी वालों को जवाब आम चुनाव के नतीजों में जून 2024 में दे दिया है जब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से अपील की थी की यदि तुम्हारा बेटा शराब घोटाले में बेक़सूर है तो उन्हें वोट देकर जवाब दो और दिल्ली वालों ने दिल्ली की सातों सीट भाजपा को जितवा कर केजरीवाल को जवाब दे दिया है , अब इंतज़ार जनवरी, 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली वालों को टॉपीबाज़ों को सबक़ सिखाने का आने वाला है।
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