गणित, आधारभूत हिंदी, उर्दू, कंप्यूटर, लैंड रिकार्ड व जमीन से जुड़े एक्ट की करवाई जाएगी पढ़ाई
(आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में नवचयनित पटवारियों को प्रशिक्षण देने की तैयारी की जा रही है। प्रशिक्षण अवधि पूरी होने के बाद ही सरकार पटवारियों को स्टेशन अलॉट करेंगी। नवचयनित पटवारियों को प्रशिक्षण देने का मुख्य उद्देश्य उन्हें पटवारियों को अपने कार्य में एक्सपर्ट बनाना है। प्रशिक्षण के दौरान पटवारियों को गणित, आधारभूत हिंदी, उर्दू, कंप्यूटर, लैंड रिकार्ड व जमीन से जुड़े एक्ट की पढ़ाई करवाई जाएगी। ताकि स्टेशन अलॉट होने के बाद उनको किसी प्रकार की परेशानी न आए और वह अपना काम निर्बाध रूप से कर सके।
इसके लिए वर्तमान में राज्य में दो ट्रेनिंग स्कूल है। इन ट्रेनिंग स्कूलों में प्रदेश में चयनित 2713 पटवारियों को शिफ्ट बनाकर अलग-अलग प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। गौरतलब है कि राजस्व विभाग में पुराना रिकार्ड उर्दू में ही है। जमीन से जुड़े हुए कामों के लिए उर्दू के शब्दों का इस्तेमाल होता है। राजस्व पटवारी के लिए ज्यादातर कार्यों के लिए उर्दू के शब्दों का प्रयोग होता है, जिसमें बादी देह, मौजा, हदबस्त, मिसल हकीयत, जमाबंदी, इन्तकाल, खसरा गिरदावरी, शजरा नसब व पैमाइश सहित 150 से ज्यादा शब्दों का इस्तेमाल अब भी पटवारी अपने काम में उर्दू के शब्दों का करता है। ऐसे में नए उम्मीदवारों को उर्दू के बारे में ट्रेनिंग देना जरूरी है।
प्रशिक्षण के बाद होगा पेपर, पास होने वाले को अलॉट किया जाएगा स्टेशन
प्रशिक्षण अविध पूरी होने के बाद इन पटवारियों के लिए एक परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा पास करने वाले पटवारी को ही स्टेशन अलॉट किया जाएगा। इन परीक्षाओं में आए नंबर भी स्टेशन आवंटन निर्धारित करेंगे। जैसा कि आप सब जानते हैं राजस्व पटवारी की ज्वाइनिंग पंचकुला में हुई है। जॉइनिंग के बाद अब ट्रेनिंग का काम शुरू हो गया है।
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