आज समाज डिजिटल,सांपला:
नयाबांस से लुहारहेड़ी मार्ग पर मंगलवार सुबह कमरे में मृत अवस्था में मिले प्रवासी युवक की मौत के मामले में बुधवार को नया मोड़ आ गया है। मृतक के चाचा ने दो नामजद सहित चार लोगो पर डंडो से पीटपीट कर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने मृतक के चाचा की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। गौरतलब है कि मंगलवार सुबह नयाबांस से लोहारहेड़ी मार्ग पर एक कमरे में बिहार के जिला सारन के गांव नवादा निवासी अजीत मृत अवस्था में मिला था। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाही पूरी करते हुए शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया था।
अजीत की हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को दी शिकायत
इसी बीच मौत के दूसरे दिन बुधवार को मृतक का रिस्ते में चाचा नवादा निवासी रमोद कुमार पुलिस स्टेशन पहुंच गया तथा अजीत की हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी। मृतक के चाचा रमोद का कहना था कि वह रोहद बाईपास पर प्लाईवुड फैक्टरी में काम करता है। वह अजीत लोहरहेड़ी मार्ग पर दिल्ली के नजफगढ़ जिले के गुमनहेड़ी गांव निवासी संजय यादव की दुकानद पर पिछले करीब नौ वर्षो से काम कर रहा है।
वह एक जुलाई की शाम को अपने भतीजे से मिलने दुकान पर आ रहा था कि उसने देखा कि दुकानदार संजय यादव तथा उसका नौकर विकास सहित चार लोग डंडो से बुरी तरह से पीट रहे थे। वह हमलावरों के डर के मारे वहां से वापिस भाग आया। मंगलवार को वह कहीं अपने काम से चला गया। रमोद कुमार का कहना था कि बुधवार को उसे पता चला कि उसके भतीजे की मौत हो गई है तथा पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सांैप दिया। शव को लेकर जा रहे उसके भतीजे ब्रिजेश से पूरी जानकारी लेने के बाद रमोद कुमार पुलिस स्टेशन पहुंचा तथा दुकानदार संजय यादव व नौकर विकास सहित चार के खिलाफ डंडो से पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस की कार्रवाही पूरी तरह से संदेह के घेरे में
अजीत हत्याकांड में सांपला पुलिस की कार्रवाही पूरी तरह से हत्या का मामला दर्ज होने के बाद संदेह के घेरे में है। पुलिस ने अजीत की मौत के बाद कमरे पर पहुंचकर बारीकी से छानबीन की थी। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम करवाकर इतफाकिया मौत मानकर कार्रवाही पूरी करके कत्र्तव्य की इतिश्री कर ली थी। मृतक के चाचा ने अजीत की हत्या डंडो से पीटाई से होने का आरोप लगाते हुए शिकायत दी है। अहम सवाल यह है कि अगर डंडो से पिटाई की गई है तो जांच अधिकारी को कहीं चोट के निशान दिखाई नही दिये।