आज समाज डिजिटल, पानीपत:
आईबी महाविद्यालय में हवन का आयोजन कर नए सत्र की शुरुआत की गई। प्रबंध समिति के महासचिव एलएन मिगलानी, सदस्य एमएल अघी, सदस्य रमेश नागपाल, प्राचार्य डॉ. अजय गर्ग, स्टाफ सदस्यों और छात्र-छात्राओं ने हवन में आहुतियां डालीं।
हवन से होता है वातावरण शुद्ध
प्रबंध समिति के महासचिव लक्ष्मीनारायण मिगलानी ने कहा कि नए सत्र पर हवन आयोजित कर वातावरण को शुद्ध किया जाता है। हवन के धुएं का वातावरण पर असर लंबे समय तक रहता है। इस अवधि में जहरीले कीटाणु नहीं पनप पाते। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार गर्ग ने कहा कि हिंदू धर्म में कई सारी परंपरा सदियों से चली आ रही हैं। इन्हीं में से एक है या और हवन रामायण और महाभारत में भी हवन का उल्लेख किया है। अग्नि के माध्यम से ईश्वर की उपासना करने की प्रक्रिया को हवन कहते हैं। माना जाता है कि यह हमारे जीवन में सकारात्मकता लेकर आता है।
आज भी फलदायी है हवन
हवन को आज भी उतना ही शुभ फलदायी माना जाता है, जितना कि पहले। इसीलिए आज हमने अपने महाविद्यालय के नए सत्र की शुरुआत हवन से की गई, जिससे कि भगवान का आशीर्वाद हम सब पर बना रहे। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य डॉ.मधु शर्मा, प्रो. पी.के. नरूला, प्रो. रंजना शर्मा , डॉ. रामेश्वर दास , डॉ. शशि प्रभा, डॉ. सुनित शर्मा मौजूद रहे।
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