New Pamban Railway Bridge: समुद्र में बने नए रेल पुल पर लोड डिफ्लेक्शन परीक्षण सफलतापूर्वक कंपलीट, जहाज आते ही खुल जाएगा ब्रिज, ट्रेन आने पर जुड़ेगा

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New Pamban Railway Bridge समुद्र में बने नए रेल पुल पर लोड डिफ्लेक्शन परीक्षण सफलतापूर्वक कंपलीट
New Pamban Railway Bridge: समुद्र में बने नए रेल पुल पर लोड डिफ्लेक्शन परीक्षण सफलतापूर्वक कंपलीट, जहाज आते ही खुल जाएगा ब्रिज, ट्रेन आने पर जुड़ेगा

Taminlandu Rameswaram News, (आज समाज), चेन्नई: भारतीय रेलवे ने तमिलनाडु के रामेश्वरम द्वीप पर बनाए जा रहे नए पम्बन वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज पर लोड डिफ्लेक्शन परीक्षण (ट्रेनों का ट्रायल ) सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। पुल की वहन क्षमता की जांच के मकसद से दो लोको और 11 लोडेड वैगन के साथ लोड डिफ्लेक्शन परीक्षण किया गया, जो सफल रहा है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।

अक्टूबर-2024 चालू होने का अनुमान

रेलवे सूत्रों ने बताया कि पुल के लिफ्टिंग स्पैन और रामेश्वरम साइड पर परीक्षण किए गए। दोनों स्थानों पर 5 से 10 किमी प्रति घंटे, 20 किमी प्रति घंटे, 40 किमीप्रति घंटे और 60 किमी प्रति घंटे की गति से 4 बार परीक्षण किए गए। इससे पूर्व 4 अगस्त को पुल लिफ्ट स्पैन पर एक ट्रायल रन पूरा किया गया था। उन्होंने बताया कि अक्टूबर-2024 तक इस ब्रिज के पूरी तरह चालू होने की संभावना है।

देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज

नया पम्बन ब्रिज भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है, जो मौजूदा 100 साल पुराने पंबन पुल के समानांतर बनाया जा रहा है। न्यू पम्बन वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज की खासियत यह है कि जहाज के आने पर यह पुल ऊपर की ओर खुल जाएगा और जहाज के गुजरने के बाद फिर जुड़ जाएगा। न्यू पम्बन ब्रिज 2.05 किमी लंबा है और पुराने पुल की तुलना में तीन मीटर ऊंचा व समुद्र तल से 22 मीटर ऊंचा होगा। इसमें 18.3 मीटर के 100 स्पैन और 63 मीटर का एक नेविगेशनल स्पैन होगा। नए पुल में बड़ी नावों को नीचे से गुजरने की अनुमति देने के लिए उच्च निकासी होगी, जिससे समुद्री संपर्क में सुधार होगा और क्षेत्र में सुगम परिवहन की सुविधा होगी।

निर्माण पर 545 करोड़ से ज्यादा की लागत

इस पुल के दोनों ओर ट्रेनों का संचालन होगा। वर्टिकल ब्रिज के निर्माण पर 545 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत आई है। पुराने पुल में 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन गुजरती है जबकि नए ब्रिज में ट्रेन की स्पीड 80 किमी/घंटा रहेगी। पुराना पम्बन रेलवे ब्रिज 1914 में बनाया गया था, जिसे 23 दिसंबर, 2022 को बंद कर दिया गया है। पहले मंडपम और रामेश्वरम द्वीप के बीच ट्रेन इसी ब्रिज से जाती थी।

 पीएम मोदी ने मार्च 2019 में रखी थी अधारशिला

न्यू पम्बन ब्रिज के निर्माण में रेलवे ने स्टेनलेस स्टील, मिक्स्ड स्लीपर और लंबे समय तक चलने वाली पेंटिंग सिस्टम जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को इस्तेमाल किया है। देश के इस पहले वर्टिकल ब्रिज की अधारशिला पीएम मोदी ने मार्च 2019 में कन्याकुमारी में रखी थी। न्यू पम्बन ब्रिज, पंबन और रामेश्वरम के बीच रेल यातायात को बढ़ाएगा। धनुषकोडी की यात्रा करने वाले लोग भी इस नए ब्रिज का इस्तेमाल करेंगे।