आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को मासूम बालिका से हुई शर्मनाक हरकत से हर तरफ उबाल देखा जा रहा है। परिजन जहां आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं वहीं कई संगठन कार्यकर्ताओं ने मासूम के दोषियों को कठोर से कठोर सजा देते हुए उसके परिजनों को इंसाफ देने की मांग की है। बुधवार सुबह जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात करके परिजनों को दस लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी व भाजपा नेता आदेश गुप्ता ने भी परिजनों से मुलाकात करके उन्हें इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया। उधर पूरा दिन छात्र व अन्य संगठनों ने मासूम को इंसाफ दिलाने की मांग करते हुए मार्च निकाले। इस दौरान इंडियन यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता ने प्रदेश में बिगड़ी रही कानून व्यवस्था पर विरोध जताते हुए प्रदेश सरकार से इस मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की।
रविवार को मासूम से हुई थी दरिंदगी
रविवार शाम साढ़े पांच बजे 9 वर्षीय मासूम श्मशान घाट में लगे पानी के कूलर से पानी लेने गई थी। शाम छह बजे श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम और अन्य लोगों ने मासूम की मां को श्मशान घाट बुलाया व बेटी का शव दिखाकर दावा किया कि करंट लगने से उसकी मौत हो गई। पुजारी और अन्य लोगों ने उसकी मां को पुलिस को सूचना देने से मना करते हुए उसे लड़की का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी कर लिया। इसके बात मृतका की मां के बयान के आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी में दुष्कर्म के आरोप भी जोड़े। मां के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज कर श्मशान घाट के पुजारी को गिरफ्तार कर लिया गया।
परिजनों ने की दरिंदों को फांसी देने की मांग
मृतका की मां का कहना है कि मुझे न्याय चाहिए। मैं चाहती हूं कि दरिंदों को फांसी की सजा दी जाए। पिता का कहना है कि आरोपियों को सजा मिलने तक उनका धरना जारी रहेगा। पुलिस ने इस मामले में अब तक पुजारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने घटना को बेहद शर्मनाक करार दिया है।