India New CJI Justice BR Gavai, (आज समाज), नई दिल्ली: भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने औपचारिक नियुक्ति प्रक्रिया के तहत विधि मंत्रालय को प्रस्ताव भेजते हुए न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने औपचारिक नियुक्ति प्रक्रिया के तहत आधिकारिक तौर पर उन्हें अपने उत्तराधिकारी के रूप में अनुशंसित कर प्रस्ताव विधि मंत्रालय को भेजा है।
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14 मई को करेंगे पदभार ग्रहण
वर्तमान में न्यायमूर्ति गवई सीजेआई खन्ना के बाद सुप्रीम कोर्ट में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश का पद संभाल रहे हैं। न्यायमूर्ति गवई 14 मई को देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें शपथ दिलाएंगी। न्यायमूर्ति गवई सीजेआई खन्ना का स्थान लेंगे। सीजेआई खन्ना 13 मई को सेवानिवृत्त होंगे।
बतौर सीजेआई 6 महीने होगा कार्यकाल
मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति गवई का कार्यकाल लगभग छह महीने का होगा। वह इसी वर्ष नवंबर 2025 में सेवानिवृत्ति हो जाएंगे। गवई का जन्म 24 नवंबर, 1960 को अमरावती में हुआ था। वे 16 मार्च, 1985 को बार में शामिल हुए। 1987 तक उन्होंने पूर्व महाधिवक्ता और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश स्वर्गीय बार राजा एस भोंसले के साथ काम किया।
1987 से 1990 तक बॉम्बे हाई कोर्ट में स्वतंत्र अभ्यास
उन्होंने 1987 से 1990 तक बॉम्बे उच्च न्यायालय में स्वतंत्र रूप से अभ्यास किया। 1990 के बाद, मुख्य रूप से बॉम्बे उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ के समक्ष अभ्यास किया। न्यायमूर्ति गवई ने संवैधानिक कानून और प्रशासनिक कानून में अभ्यास किया। वे नागपुर नगर निगम, अमरावती नगर निगम और अमरावती विश्वविद्यालय के स्थायी वकील थे। रकउडट, ऊउश्छ, आदि जैसे विभिन्न स्वायत्त निकायों और निगमों और विदर्भ क्षेत्र में विभिन्न नगर परिषदों के लिए नियमित रूप से पेश हुए।
बॉम्बे हाई कोर्ट के अतिरिक्त लोक अभियोजक रहे
गवई को अगस्त 1992 से जुलाई 1993 तक बॉम्बे उच्च न्यायालय के नागपुर पीठ में सहायक सरकारी वकील और अतिरिक्त लोक अभियोजक के रूप में भी नियुक्त किया गया था। उन्हें 17 जनवरी, 2000 को नागपुर पीठ के लिए सरकारी वकील और लोक अभियोजक नियुक्त किया गया था।
मई, 2019 में शीर्ष कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत
14 नवंबर, 2003 को उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था। गवई 12 नवंबर 2005 को बॉम्बे उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश बने। मुंबई में मुख्य सीट के साथ-साथ नागपुर, औरंगाबाद और पणजी में पीठों में सभी प्रकार के कार्यों वाली पीठों की अध्यक्षता की। 24 मई, 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया।
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