नई दिल्ली। अपराध शाखा की एसआईटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीस हजारी बवाल में कुल 21 पुलिसकर्मी और 5 वकील घायल हुए हैं। घायल पुलिसकर्मियों ने भी सब्जी मंडी थाने में शिकायत दी है, लेकिन इस पर अभी एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। दूसरी तरफ, अपराध शाखा की एसआईटी ने तीस हजारी बवाल की जांच शुरू कर दी है। एसआईटी को सब्जी मंडी थाने से फाइल मंगलवार को मिल गई। इस मामले में एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है जिसमें चैंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं
एसआईटी ने घायल वकीलों और पुलिसकर्मियों के बयान लेने शुरू कर दिए हैं। अब तक एक दर्जन से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। एसआईटी ने घटनास्थल के पास लगे करीब आधा दर्जन सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को जब्त कर लिया है। फुटेज से सारी स्थिति स्पष्ट हो रही है कि किसने क्या किया। एसआईटी की जांच में यह बात सामने आई है कि उत्तरी जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त हरेंद्र कुमार से वकीलों की हाथापाई के दौरान तीसरी बटालियन के एक पुलिसकर्मी ने हवा में दो गोलियां चलाई थीं। लॉकअप से हवा में बाहर की तरफ चलाई गई इन दो में से एक गोली इसके लोहे के एंगल से टकराई और फिर वकील विजय शर्मा के कंधे में जा लगी। एसआईटी को पता चला है कि हवा में फायरिंग के बाद ही आरोपियों ने एडीसीपी हरेंद्र कुमार को छोड़ा था। इसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गई थी। एसआईटी ने तीस हजारी बवाल में क्षतिग्रस्त हुए वाहनों को जब्त कर लिया है। इनमें 10 मोटरसाइकिलें, एक जिप्सी और 8 जेल वैन हैं। मोटरसाइकिल निजी है। मोटरसाइकिल व जिप्सी जली हुई हैं, जबकि जेल वैन के शीशे तोड़े गए हैं। वकील विजय शर्मा को लगी गोली जिस पिस्टल से चली थी, एसआईटी ने उसे बरामद कर लिया है। मौके से दो खोल भी मिले हैं। हालांकि, डीसीपी के आॅपरेटर से छीनी गई पिस्टल का अब तक पता नहीं लगा है।