डाॅ.श्रीकृष्ण शर्मा
टोक्यो में शुरू होने जा रहे पैरालंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ी नई उपलब्धियां जोड़ने की ताकत रखते हैं। भारतीय खिलाड़ियों का अनुभव भी जीत को मजबूती दे रहा है। अभी कुछ दिनों पहले टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारतीयों को मिली ऐतिहासिक सफलता भी पैरालंपिक खिलाडियों को मनोवैज्ञानिक प्रबलता प्रदान करेगी। टोक्यो पैरालंपिक खेलों का आयोजन चौबीस अगस्त से पांच सितंबर तक होना है। पैरालंपिक खेलों का आयोजन भी ओलंपिक खेलों की तरह ही हर चार साल बाद होता है। आयोजन कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल नहीं हो सका था। इसमें भारत के कुल चौवन खिलाड़ी नौ खेलों में पदक के लिए उतरेंगे। भारत का अब तक का यह सबसे बड़ा दल होगा। उद्घाटन समारोह के दौरान मरियप्पन थंगावेलू भारतीय दल के ध्वजावाहक होंगे। पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास एल यतिराज भी टोक्यो पैरालंपिक खेलों में मजबूत पदक दावेदारों में गिने जा रहे है। टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भाग लेने के लिए उत्साहित सुहास ने कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे पैरालंपिक खेलों में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। टोक्यो के बारे सुहास ने बताया कि जीत हांसिल करने के लिए पूरी ताकत के साथ मैदान पर उतरूंगा। मैं शत प्रतिशत देकर देश के लिए पदक जीतने की पूरी कोशिश करूंगा। खेल रणनीति के बारे में पूछने पर उन्होंन कहा कि वह अपना नेचुरल गेम खेलेंगे। उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी,गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एल वाई बैडमिंटन के तेज तर्रार खिलाड़ी हैं। जिन्होंने बहुत तेजी से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। एशियाई प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक विजेता अड़तीस साल के बेहतरीन खिलाड़ी सुहास दुनिया के तीसरे मंबर के खिलाड़ी है। पैरालंपिक खेलों में बैडमिंटन को पहली बार शामिल किया जा रहा है। देवेेंद्र झाझरिया,मरियप्पन थांगवेलू,प्रमोद भगत,संदीप चैधरी और एकता भयान से तो उनके खेलों में बड़ी उम्मीदें हैं। पिछले पैरालंपिक खेलों में हमारे खिलाड़ियों ने दो स्वर्ण पदक,एक रजत पदक और एक कांस्य पदक जीते थे। भारत को यहां सर्वश्रेष्ठ प्र्रदर्शन की उम्मीद है। यही कारण है कि उनतीस अगस्त को होने वाला राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह टाल दिया गया है। ताकि इन पैरालिंपिक खेलों में हिस्सा ले रहे भारतीय खिला़ड़ियों के प्रदर्शन को शामिल किया जा सके। टोक्यो पैरालंपिक खेलों में एक सौ छतीस देशों के करीब चार हजार चार सौ खिलाड़ियों के भाग लेने का अनुमान है।