Neem water : बरसात में दवाई का काम करता है नीम का पानीत्वचा पर बारिश की बूंदें बड़ी आनंददायक लगती हैं। पर क्या आपको मालूम है कि बारिश की यही बूंदें आपकी त्वचा पर संक्रमण (monsoon skin problems) का कारण बन सकती हैं। बरसात में वातावरण में नमी बढ़ने से त्वचा संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। चेहरे की त्वचा से लेकर शरीर की त्वचा पर इसका नकारात्मक असर देखने को मिलता है। एक्ने ब्रेकआउट, ऑयली स्किन, चिपचिपी त्वचा जैसी समस्याएं आम हैं, इसके अलावा कई बार लोगों को त्वचा संक्रमण (skin infection), स्किन रैशेज (rashes), रेड बंप, खुजली आदि का सामना करना पड़ता है।
इन समस्याओं से बचाव में नीम की पत्तियां आपकी मदद कर सकती हैं। नीम की पत्तियों में कई खास प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो आपकी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। मानसून में इनका इस्तेमाल आपकी त्वचा के लिए मैजिकल साबित हो सकता है। यह त्वचा संबंधी समस्याओं को ट्रीट करने के साथ ही आगामी समस्याओं से आपकी स्किन को प्रोटेक्ट करेंगी
नीम के पत्तों से निकाले गए आवश्यक फैटी एसिड और विटामिन ई त्वचा में जल्दी अवशोषित हो जाते हैं, जिससे रूखी और फटी त्वचा को नमी मिलती है। इसके अलावा, अपने दैनिक दिनचर्या में त्वचा के लिए नीम का उपयोग करने से पर्यावरणीय तनावों के खिलाफ एक सुरक्षात्मक अवरोध बनता है, जो त्वचा को नमी के नुकसान से बचाता है।
नीम में निंबिडिन जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं, जो जलन वाली त्वचा को आराम देने के लिए जाने जाते हैं। नीम के ठंडे प्रभाव स्किन सेंसटिविटी को भी ठीक करते हैं, जो सूजन और जलन का प्रमुख कारण है। स्किनकेयर विशेषज्ञों का मानना है, कि यह सामान्य उपयोग के लिए सुरक्षित है, भले ही इसे लंबे समय तक लगाया जाए।
नीम के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट, ट्राइग्लिसराइड्स और विटामिन ई होते हैं, यही वजह है कि आप इस कंपाउंड को अधिकांश एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स में पाएंगी। इसके अलावा, यह झुर्रियों को कम करने, त्वचा को हाइड्रेट करने और आपकी त्वचा को टोन करने में भी मदद करते हैं। यदि आप एजिंग प्रोसेस को धीमा करना चाहती हैं, और प्राकृतिक और प्रभावी तरीकों की तलाश में हैं, तो त्वचा में सुधार के लिए नीम के प्राकृतिक प्रॉपर्टीज पर भरोसा किया जा सकता है।
नीम को ब्लैक और व्हाइटहेड्स से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद कारगर माना जाता है। यह पोर्स से धूल, बैक्टीरिया और डेड स्किन सेल्स को रिमूव कर देता है। इसके अलावा, इसकी एक्सफ़ोलीएटिंग क्षमता बढ़े हुए पोर्स को कम करने में मदद करती है। आप चेहरे की सफाई के लिए नीम से भरपूर स्क्रबर या क्लींजर का इस्तेमाल कर सकती हैं, या अपने चेहरे पर इसका मास्क लगा सकती हैं।
मेलानिन आपकी त्वचा में मौजूद एक पदार्थ है, जो आपकी त्वचा और बालों को प्राकृतिक रंग प्रदान करता है। हमारी त्वचा की सेल्स में इसका अत्यधिक उत्पादन मलिनकिरण और काले धब्बे पैदा करता है, और हमारी त्वचा की टोन को असमान बनाता है। नीम के एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण, यह स्किन सेल्स में मेलेनिन के उत्पादन को कम करने में बेहद कारगर होता है।
नीम में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो पिंपल, एक्ने और रैशेज में बेहद कारगर होते हैं। यह त्वचा से अतिरिक्त सीबम को निकालने में मदद करते हैं और पोर्स में कसाव लाते हैं। यह त्वचा पर मुंहासों के कारण होने वाली खुजली और जलन को भी शांत करने में मदद करते है। इसलिए यह स्पष्ट है कि आप मुंहासों के लिए नीम का उपयोग कर सकती हैं। इसके नियमित सेवन से रैशेज में होने वाली खुजली और लालिमा से भी राहत मिलती है।
और पढ़ें: Egg Benefits for Brain : जानें ब्रेन हेल्थ के लिए अंडे के फायदे
(Chandigarh News) चंडीगढ़। पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद…
(Chandigarh News) चंडीगढ़ । सोमवार को श्री हनुमंत धाम, सेक्टर 40-बी में महिला सुंदरकांड सभा…
संस्था ने 400 कंबल जरूरतमंद परिवारों को बांटने का लक्ष्य किया पूरा (Chandigarh News) मेजर…
कॉलोनी में बने होटल तथा ट्रांसपोर्टर द्वारा सड़क पर खड़ी की गई गाड़ियां नहीं हटाई…
बैठक की अध्यक्षता शिवसेना हिंद के राष्ट्रीय महासचिव दीपांशु सूद ने की (Chandigarh News) मेजर…
टै्रफिक पुलिस ने रोडवेज के प्रशिक्षु चालकों को दी यातायात नियमों की जानकारी (Rewari News)…