- आपदा के समय जब तक कोई मदद नहीं पहुंचती तब तक अपने पास मौजूद संसाधनों का इस्तेमाल करके अपनी जान बचा सकते हैं : हर्षित कुमार
Aaj Samaj (आज समाज), NDRF Bathinda, नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
एनडीआरएफ बठिंडा की सातवीं वाहिनी की ओर से आज राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल महेंद्रगढ़ में जागरूकता आपदा शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एसडीएम हर्षित कुमार (आईएएस) ने मुख्य अतिथि व नगर पालिका अध्यक्ष रमेश सैनी ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यवाहक प्राचार्य जयपाल सिंह ने की।
इस मौके पर मुख्यातिथि ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आपदा के समय जब तक कोई मदद आपके पास नहीं पहुंचती तब तक आप अपने पास मौजूद संसाधनों का इस्तेमाल करके अपनी जान बचा सकते हैं। उन्होंने एनडीआरएफ टीम की सराहना करते हुए कहा कि आपदा के समय कैसे बचा जाए इसके बारे में छात्रों व आमजन को जागरूक करना यह टीम का एक अच्छा प्रयास है। इस मौके पर एसडीएम हर्षित कुमार ने स्कूल प्राचार्य को टीम द्वारा दी गई आपदा किट भी भेंट की।
डिविजनल कमांडेंट एवं जिला कोऑर्डिनेटर रेडक्रॉस सोसाइटी टेकचंद यादव एवं उप मंडल डिविजनल कमांडेंट एवं उपमंडल कोऑर्डिनेटर रेडक्रॉस सोसाइटी राजेश शर्मा झाडली ने बताया कि एनडीआरएफ सातवीं वाहिनी के इंचार्ज इंस्पेक्टर अंकित यादव के नेतृत्व में उनकी टीम द्वारा आपदा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ बठिंडा की सातवीं वाहिनी की ओर से जिला में 4 से 16 दिसंबर तक विभिन्न स्कूलों में स्कूल सेफ्टी एवं आपदा शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
टीम के इंचार्ज अंकित यादव ने बच्चों को भूकंप की जानकारी एवं भूकंप के आने के बाद क्लासरूम से निकालने की कार्रवाई ब्लू कंट्रोल के तरीके के बारे में जानकारी दी। आग कितने प्रकार की होती है, आग बुझाने का तरीका, आग निवारण यंत्र चलाने का तरीका, मेडिकल फिटनेस, मौके पर स्ट्रेक्चर बनाना, पानी में डूबने पर बचाव करना तथा इंप्रोवाइज डिवाइस व श्वास के बारे में जानकारी दी। टीम ने एनडीआरएफ व उसके कार्य के बारे में बताया तथा डेमो दिया गया।
इस मौके पर टेकचंद यादव ने भी आपदा संबंधित बच्चों को जानकारी दी। कार्यक्रम में मंच संचालन राजेश शर्मा झाड़ली ने किया। एनडीआरफ टीम की ओर से स्कूली बच्चों को रिफ्रेशमेंट दी गई।
यह भी पढ़ें : Vikas Bharat Jan Samvad Sankalp Yatra का गांव नागल हरनाथ व बूचावास में स्वागत