Aaj Samaj (आज समाज), NDA vs Opposition Meeting, नई दिल्ली: केंद्र में सत्तारूढ़ नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) के साथ हीं विपक्षी दलों ने भी लोकसभा चुनाव-2024 और कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सत्ता वापसी की तैयारियों के चलते मंगलवार को बैठकें कीं। एनडीए व सहयोगी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में 38 दलों के साथ और विपक्षी एकता के तहत 26 राजनीतिक पार्टियों ने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बैठक की। पीएम मोदी ने बैठक को संबोधित करते हुए विपक्षी एकता पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, बेंगलुरु में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 26 दल एकत्रित हुए हैं और इन लोगों को एक फ्रेम में देखकर देशवासी कर रहे हैं कि यह तो कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन हो रहा है।

  • एनडीए की बैठक में 38, विपक्षी एकता की बैठक में 26 दल शामिल हुए

न खाता न बही, जो परिवार कहे वही सही : पीएम

पीएम ने कहा, इनका एक ही एजेंडा है, न खाता न बही, जो परिवार कहे वही सही। देश की जनता ऐसे लोगों से सतर्क रहे। पीएम ने कहा, विपक्षी दलों के लिए देश के गरीबों के बच्चों का विकास नहीं, बल्कि अपने बच्चों और भाई-भतीजों का विकास मायने रखता है। इनकी एक ही विचारधारा और एजेंडा है, अपना परिवार बचाओ, परिवार के लिए भ्रष्टाचार बढ़ाओ। प्रधानमंत्री ने कहा कि बेंगलुरु में जो ये राजनीतिक दल इकट्ठा हुए, इनमें जेल जाने वालों को खास न्योता भेजा गया था। उनकी दुकान में भ्रष्टाचार की गारंटी है। मोदी ने कहा, ये लोग देश के लोकतंत्र व संविधान को अपना बंधक बनाना चाहते हैं।

आजादी के 75 वर्ष में भारत कहीं से कहीं पहुंच सकता था

आजादी के 75 वर्ष में हमारा भारत कहीं से कहीं पहुंच सकता था, लेकिन सामान्य भारतीय के इस सामर्थ्य के साथ भ्रष्टाचारी और परिवारवादी पार्टियों ने अन्याय किया। पीएम ने दावा किया कि आज देश के लोग 2024 के चुनाव में फिर एक बार हमारी सरकार वापस लाने का मन बना चुके हैं। ऐसे में भारत की बदहाली के जिम्मेदार कुछ लोग अपनी दुकान खोलकर बैठ गए हैं। उन्होंने कहा कि 24 के लिए 26 होने वाले राजनीतिक दलों को इकट्ठा देखकर मुझे एक कविता की कुछ लाइनें याद आ गई हैं, जो अवधी भाषा में लिखी गई है- गाइत कुछ है, हाल कुछ है। यानी लेबल कुछ है, माल कुछ है।

वंशवादी राजनीतिक दलों के लिए सब कुछ परिवार का

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए होता है, लेकिन वंशवादी राजनीतिक दलों के लिए सब कुछ परिवार का है, परिवार द्वारा है और परिवार के लिए है। देश वंशवादी राजनीति की आग का शिकार है। मोदी ने विपक्षी दलों के घोटालों को लेकर कहा, ये जो बिहार की राजधानी पटना के बाद बेंगलुरु में जमात इकट्ठा हुई है, उनके कुनबे में बड़े से बड़े घोटालों और अपराधों पर इनकी जुबान बंद हो जाती है।

जब किसी एक राज्य में इनके कुशासन की पोल खुलती है, तो दूसरे राज्यों के ये लोग तुरंत उसके बचाव में तक देने लगते हैं। उन्होंने कहा, कुछ ही दिन पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव में सरेआम हिंसा हुई। इस पर भी इन सबकी बोलती बंद है। कांग्रेस और लेफ्ट के अपने कार्यकर्ता वहां खुद को बचाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस और लेफ्ट के नेताओं ने अपने स्वार्थ में वहां अपने कार्यकर्ताओं को भी मरने के लिए छोड़ दिया है।

भ्रष्टाचार पर आंखें मूंदकर बैठी है कांग्रेस

प्रधानमंत्री ने यहां हुए हाल के घोटालों पर भी कांग्रेस को घेरा। मोदी ने कहा, राजस्थान में बेटियों से अत्याचार हो या परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हों, इन्हें कुछ दिखाई नहीं पड़ता। परिवर्तन की बातें करके जनता से विश्वासघात करके जब करोड़ों का शराब घोटाला करते हैं, तो यह कुनबा फिर उन्हें कवर देने लगता है। तमिलनाडु में भ्रष्टाचार और घोटाले के अनेक मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन इनके कुनबे के सारे दलों ने पहले ही सबको क्लीन चिट दे दी है।

विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम ‘इंडिया’

विपक्षी एकता की दूसरे दिन की बैठक मंगलवार को बेंगलुरु में चार बजे खत्म हुई। 2024 के आम चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष के 26 दल एक साथ आए हैं। इससे पहले विपक्षी दलों ने पटना में बैठक की थी, जहां 16 पार्टियां मौजूद थीं। बेंगलुरु की बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ तय किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कांफ्रेंस में यह ऐलान यिका। ‘इंडिया’ का फुल फॉर्म इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस है। खड़गे ने कहा, समन्वय के लिए 11 सदस्यों की कमेटी और एक कार्यालय जल्द बनाया जाएगा। इसकी घोषणा मुंबई में होने वाली हमारी अगली बैठक में होगी।

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