आज समाज डिजिटल, पंजाब :
पंजाब में आत्महत्या, सड़क दुर्घटना और शराब के नशे में जिन लोगो ने आत्महत्या की उनकी रिपोर्ट एनसीआरबी ने पेश की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में हर दिन 7 लोग आत्महत्या कर रहे हैं। वहीं इस साल सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है।
नशे से तंग आकर खुदकुशी करने वालों का आंकड़ा
नशे ने तो पूरे देश को घेरा हुआ है लेकिन पंजाब में भी इसका कम कहर नहीं बस रहा। कई परिवारों के तो चिराग ही बुझ गए और कइयों ने अपने जवान 2 या 3 बेटों को इसी नशे के कारण खो दिया। रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में भी 2021 में 78 लोगों ने नशे से तंग आकर खुदकुशी कर ली। यह लत एक ऐसी लत है जो छुड़ाए नहीं छूटती या तो यह नशा इंसान की जान ले लेता है या फिर इसे छोड़ने की कोशिश में परेशान होकर इंसान ही खुद की जान ले लेता है। इनके अलावा प्यार में परेशान, परिवार से परेशान, पैसों की कमी, नौकरी न मिलना, शादी से परेशान जैसी चीजों के चलते भी लोग अपनी जान दे देते हैं।
बीमारी के कारण खुदकुशी करने वालों का आंकड़ा
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो बीमारी के कारण आत्महत्या कर लेते हैं। कैंसर जैसी बड़ी बीमारी जिसका इलाज बहुत महंगा होता है, कुछ लोग इससे परेशान होकर भी इतना भयानक कदम उठा लेते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में कुल 2600 लोगों ने आत्महत्या की थी। इनमें से 1164 लोगों ने बीमारियों के कारण अपनी जान ली। पैसे की कमी को भी आत्महत्या करने का सबसे बड़ा कारण माना जा सकता है। इसमें व्यक्ति अकेले नहीं मरता, बल्कि कभी-कभी वह अपने पूरे परिवार को सूली पर चढ़ा देता है। अगर सड़क हादसों में होने वाली मौतों की बात करें तो यह आंकड़ा 2021 में बढ़ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या 4516 है।
ये भी पढ़ें : नालागढ़ कोर्ट परिसर में फायरिंग, बदमाशों ने पेशी पर लाए गए कैदी पर बरसाई गोलियां