नई दिल्ली। पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ की अगुआई वाली नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का फिटनेस टेस्ट लेने से इनकार कर दिया। द्रविड़ और फिजियोथेरेपिस्ट आशीष कौशिक ने विनम्रतापूर्वक बुमराह को मना कर दिया। इस पर बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने शुक्रवार को कहा, भारतीय खिलाड़ियों को एनसीए में जाना होगा। हम सुनिश्चित करेंगे कि यह आरामदायक हो। गांगुली ने इस मामले पर द्रविड़ से बात करने की भी बात कही है।
बुमराह वेस्टइंडीज के खिलाफ अगस्त में हुए टेस्ट सीरीज के बाद चोटिल हो गए थे। इसके बाद वे निजी डॉक्टर्स के साथ चोट से उबरने का प्रयास कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने भारतीय टीम के साथ वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे से पहले विशाखापट्टनम में अभ्यास किया था। एनसीए का मानना है कि बुमराह निजी विशेषज्ञों के साथ हैं, तो ऐसे में वे फिटनेस टेस्ट कैसे ले सकते हैं? वहीं, रिपोर्ट्स के मुताबिक बुमराह ने भी टीम मैनेजमेंट को कहा कि वे एनसीए जाने के इच्छुक नहीं हैं।
26 साल के बुमराह आईसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर एक गेंदबाज हैं। वे आईपीएल की टीम दिल्ली कैपिटल्स के ट्रेनर रजनीकांत के साथ मुंबई में रिकवरी कर रहे हैं। बुमराह का फिटनेस टेस्ट लेने से मना करने के पीछे द्रविड़ का मानना है कि जब एनसीए ने उनका इलाज ही नहीं किया तो फिट होने का सर्टिफिकेट कैसे दे? अगर कुछ गलत होगा तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? एनसीए ऐसी किसी भी बात के लिए सर्टिफिकेट कैसे दे सकती है, जिसके बारे में उसे कुछ जानकारी ही नहीं है?
जसप्रीत बुमराह एनसीए नहीं जाना चाहते। अधिकतर सीनियर प्लेयर्स वहां नहीं जाना चाहते। बजाय ये बात समझने के कि खिलाड़ी एनसीए क्यों नहीं जाना चाहते, एनसीए ने फिटनेस टेस्ट लेने से ही मना कर दिया। जिस खिलाड़ी ने पिछले दो साल में भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदलकर रख दिया, उससे इस तरह का व्यवहार किए जाने की जरूरत नहीं है। यह काफी दुखद दिन है।
गांगुली ने कहा- राहुल द्रविड़ से बात करूंगा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने शुक्रवार को कहा कि वो ये पता लगाने की कोशिश करेंगे कि आखिरकार क्यों बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का फिटनेस टेस्ट करने का इनकार कर दिया था। भारत और वेस्टइंडीज के बीच विशाखापट्टनम में सीरीज का दूसरा वनडे मैच खेला गया था, जिससे पहले प्रैक्टिस सेशन के दौरान बुमराह भी टीम के साथ नेट्स पर गेंदबाजी करते नजर आए थे।
गांगुली ने कहा, मैं पता लगाने की कोशिश करूंगा कि असल कारण क्या है। एनसीए हर इंटरनेशनल क्रिकेटर के लिए पहला और अंतिम पड़ाव होना चाहिए। गांगुली ने कहा, मैंने अभी दो महीने पहले ही कामकाज संभाला है। मैं इस बारे में राहुल द्रविड़ से बात करूंगा। मैं उनसे कुछ बार मिला हूं। हम इस समस्या को समझते हैं और इसे हल करने की कोशिश करेंगे।
गांगुली ने आगे कहा, बाहर से लगता है कि मामला कुछ और है। बुमराह जब एनसीए गए थे, तब मैं सिस्टम में नहीं था। अगर आप मुझसे पूछेंगे तो एनसीए भारतीय पेसरों के लिए अंतिम पड़ाव है। हर चीज एनसीए से होकर गुजरनी चाहिए और इसी कारण मैं कर रहा हूं कि हम इसका जवाब खोजने की कोशिश करेंगे। कई कारणों से बुमराह एनसीए में फिटनेस टेस्ट नहीं दे सके। बुमराह ने टीम मैनेजमेंट को कहा था कि वो रीहैब के लिए एनसीए जाने को इच्छुक नहीं हैं। एनसीए बुमराह का फिटनेस टेस्ट करने को इच्छुक नहीं था क्योंकि रीहैब के दौरान बुमराह ने निजी फिटनेस स्पेशलिस्ट से काम लिया था। वो रिहैब के लिए एनसीए नहीं गए थे।