Nayab Saini New CM of Haryana : 2014 के बाद भाजपा ने फिर से हरियाणा की कमान गैर जाट के हाथों में दी

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Nayab Saini New CM of Haryana
Nayab Saini New CM of Haryana
  • नायब सैनी को मुख्यमंत्री बना कर एक तीर से किए कई शिकार
  • सैनी समाज के साथ पिछड़े वर्ग के वोटर को अपने खेमें में लाने का किया प्रयास
  • मनोहर लाल को पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर दे सकती है बड़ी जिम्मेदारी

Aaj Samaj (आज समाज), Nayab Saini New CM of Haryana, प्रवीण वालिया,करनाल 12 मार्च :
भारतीय जनता पार्टी ने पिछड़े वर्ग के सांसद नायब सैनी के सिर पार्टी की हरियाणा प्रदेश का ताज पहनाकर एक तीर से कई शिकार किए हैं। जहां एक तरफ कांग्रेस इनैलो और जेजेपी पार्टी का चेहरा जाट समुदाय को बना रही हैं। वहीं पर भाजपा ने गैर जाट लीडरशिप में अपना फिर से भरोसा जताया है। 2014 के बाद 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के वोटर को जाट और गैर जाट खेमों में विभाजित कर दिया है। जहां एक तरफ कांग्रेस इनैलो जेजेपी अपने खास वर्ग के प्रेम को अपने साथ रखा है।

2014 से पहले कांग्रेस ने अपनी पार्टी का सीएम जाट वर्ग से भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बनाया था। इससे पहले माना जाता था कि हरियाणा में केवल जाट सीएम ही बन सकता है। लेकिन भाजपा गैर जाट मुख्यमंत्री के रूप में मनोहर लाल को पहली बार 2014 में जनता के सामने पेश किया। पहली बार पंजाबी वर्ग से मनोहर लाल को सीएम का चेहरा बनाया था। प्रदेश के वोटर ने कांग्रेस इनैलो और जेजेपी को नकार कर 2014 और 2019 में भाजपा में भरोसा जताया। जिस तरह से गैर जाट वोटर भाजपा के साथ लामबंद हुआ है।

उसने भाजपा के हाथ में सत्ता की चाबी थमा दी है। भाजपा जिस तरह से सोशल इंजीनियरिंग के माडल पर काम कर रही है। उसका फायदा पार्टी को हो रहा है। नौ साल के पंजाबी समुदाय के सीएम के राज में लोग परेशान थे। पिछड़ा वर्ग भाजपा के हाथों से खिसकता जा रहा था। जाट समुदाय भी खिलाफ था। भाजपा ने नायब सिंह सैनी को पहले प्रदेशाध्यक्ष और अब मुख्यमंत्री बनाकर पिछडे वर्ग के वोटर को यही मैसेस दिया है कि इस वर्ग के हित भाजपा के हाथों में सुरक्षित हैं। इसके अलावा अब मनोहर लाल को पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। मनोहर लाल को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बिठाना चाहते हैं।

नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाने का फायदा भाजपा को राजस्थान,मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलांगना पंजाब सहित देश के विभिन्न भागों में होगा। यहां पर सैनी कुशवाह समाज के ज्यादा वोट हैं। भाजपा के नेता छतीस बिरादरी को साथ लेकर चल रहे हैं। इसके अलावा हरियाणा में भी इसका मैसेज बेहतर जाएगा। भाजपा की लीडर शिप हरियाणा में सोशसल इंजीनियरिग के मुद्दे पर चल रही है। उसी के रास्ते पर आने वाले समय में दलित और पिछड़ों को संगठन में अधिक भागीदारी देने के लिए रोड मेप तैयार कर रही है।

नायब सिंह सैनी के सामने हैं कांटो से भरी डगर-

पिछड़े वर्ग से आने वाले नायब सिंह सैनी धरातल से जुडे रहे हैं। उन्होंने अपना राजनीतिक करियर कंप्यूटर आपरेटर के रूप में शुरू किया। वह नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल के रोहतक कार्यालय में सहायक रहे। वह पर्दे के पीछे रहे। उन्होंने सांसद के रूप में बेहतर काम किया। 2014 से 2019 तक वह प्रदेश सरकार में मंत्री रहे। उसके बाद कुरुक्षेत्र से सांसद रहे। उनका प्रदेशाध्यक्ष के रूप में बेहतर कार्यकाल रहा। नायब सिंह सैैनी के सामने कड़ी चुनाँतियां हैं। सबसे अधिक सरकारी मशीनरी की ओवहालिंग करने की जिम्मेदारी है। जिस जुंडली के घेरे में मनोहरलाल रहे। उससे निकलने की जरूरत रहेगी।

सबसे बड़ी चुनौति उनके सामने संगठन और सरकार के बीच तालमेल बिठाने की रहेगी। आने वाले लोकसभा चुनावों में वह पार्टी के प्रत्याशियों को किस तरह से जिता पाते हैं। सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी को किस तरह दूर करते हैं यह उनके ऊपर रहेगा। मीडिया के साथ समन्वय बिठाने के साथ उनके सामने विपक्ष को धार के साथ मुद्दाविहीन बनाने के लिए सघन संपर्क अभियान चलाने की जरुरत होगी। उनके सामने दो चुनावों में पार्टी की जीत प्रमुख लक्ष्य रहेगी। मुख्यमंत्री के रूप में किस तरह वह अपनी नौकरशाही को कसते हैं। यह उनके ऊपर निर्भर रहेगा। मुख्यमंत्री कों अपने आपको कठोर बन कर लोगों के हितों की रक्षा करना होगी।

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