
Chaitra Navratri 2025 Begins, आज समाज डिजिटल डेस्क: हिंदू धर्म में कई त्योहार पड़ते हैं और सबका अपना-अपना महत्व है। आज से चैत्र नवरात्रि शुरू हो गई है और सनातन धर्म (हिंदू धर्म ) में नवरात्रि बहुत महत्व है। नवरात्रि में लोग व्रत भी रखते हैं और व्रत रखने की खास अहमियत है। मां दुर्गा का कोई भक्त 9 दिन चलने वाले नवरात्रि में पूरे 9 दिन व्रत रखता है या कोई पहला और अंतिम व्रत रखता है।
ये भी पढ़ें : Chaitra Amavasya: आज रात इतने बजे से शुरू हो जाएगी अमावस्या, जरूर करें ये काम
व्रत मां दुर्गा की पूजा-अर्चना को समर्पित
पंचांग के मुताबिक नवरात्रि का व्रत मां दुर्गा की पूजा-अर्चना को समर्पित होता है। इस दौरान मां दुर्गा के भक्त माता रानी की शक्ति व भक्ति की उपासना में पूरी तरह लीन रहते हैं। मान्यताओं के अनुसार मां की शक्ति और भक्ति की उपासना करने से देवी कृपा बरसाती हैं और भक्तों के कष्ट भी हर लेती है। हम आपको यहां नवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त व विधि बता रहे हैं।
राम नवमी के साथ 6 अप्रैल को समापन
हिंदू पंचांग में बताया गया है कि इस साल चैत्र नवरात्रि आज आरंभ हो गई और राम नवमी के साथ 6 अप्रैल को इसका समापन होगा। ज्योतिष के अनुसार नवरात्रि के पहले दिन आज घरों व मंदिरों में कलश स्थापना की जा रही है। आज हिंदू नववर्ष भी शुरू हो गया। वहीं आज ही गुड़ी पड़वा का पर्व मनाया जा रहा है।
प्रतिपदा तिथि और शुभ मुहूर्त
ज्योतिष के अनुसार प्रतिपदा तिथि 29 मार्च यानी पिछले कल शाम 4:27 मिनट पर आरंभ हो गई है और आज दोपहर 12:49 मिनट पर इसका समापन हो जाएगा। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:13 मिनट से लेकर 10:22 मिनट तक था।
अभिजीत मुहूर्त
ज्योतिष के मुताबिक अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:01 मिनट से लेकर 12:50 मिनट तक रहेगा। ज्योतिष का कहना है कि शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करने से व्रत पूजा का विशेष फल मिलता है।
बता दें कि नवरात्रि वर्ष में चार बार पड़ती है। इसमें से दो गुप्त नवरात्रि होती है और दो अन्य नवरात्रि होती है। दो अन्य नवरात्रि में चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि आती है। आज में चैत्र नवरात्रि शुरू हुई है। 6 अप्रैल को इसका समापन होगा।
ये भी पढ़ें : Chaitra Navratri: आज से नवरात्रि शुरू, प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को दी बधाई, हिंदू नववर्ष पर भी दी शुभकामनाएं