आज समाज डिजिटल, अंबाला:
Political Mercury Rising In Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश में चुनावी तारीखों की घोषणा हो गई है। सभी राजनीतिक दल जोड़तोड़ की फिराक में लग गए हैं। सियासत में यही समय होता है जब बीते पांच सालों में सियासत में रहे संबंधों को आजमाने का समय होता है। यही समय अब उत्तर प्रदेश की सियासत में शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी पारा अब चढ़ने लगा है।
अब लगेगा सस्पेंस और ट्विस्ट का तड़का Political Mercury Rising In Uttar Pradesh
आज कोई किसी को तोड़ने में लगा है तो कोई अपने परिवार को बचाने की कोशिश में है। कुल मिलाकर यूपी की राजनीति में अब सस्पेंस और ट्विस्ट का तड़का लगना शुरू हो गया है। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे ने यूपी की सियासत में भूचाल ला दिया है। स्वामी के एग्जिट से भाजपा अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है, वहीं समाजवादी पार्टी, भाजपा-कांग्रेस के अन्य विधायकों को तोड़ने की कोशिशों में जुटी है। यही वजह है कि यूपी की सियासत में न केवल सस्पेंस है, बल्कि अब से एग्जिट और एंट्री का दौर भी शुरू होने वाला है।
स्वामी का इस्तीफा और सप्सेंस Political Mercury Rising In Uttar Pradesh
आईये सबसे पहले बात करते हैं स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे की। स्वामी प्रसाद मौर्य ने भले ही योगी आदित्यनाथ कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है, मगर अभी तक वह आधिकारिक तौर पर सपा में शामिल नहीं हुए हैं, क्योंकि रायबरेली की ऊंचाहार विधानसभा सीट पर अब भी मामला फंसा है। स्वामी इस सीट पर अपने बेटे को उतारना चाहते हैं, जबकि अखिलेश अपने मौजूदा विधायक पर ही दांव लगाना चाहते हैं। यही वजह है कि बात न बन पाने की स्थिति में स्वामी प्रसाद मौर्य अभी वेट एंड वॉच मोड में हैं और सियासी-नफा नुकसान का आंकलन करने के बाद ही कोई कदम उठाएंगे।
माना तो यह भी जा रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बेटे के लिए भी टिकट चाहते थे। स्वामी भाजपा के टिकट पर बेटे को ऊंचाहार सीट से लड़वा चुके हैं, मगर उसमें उनके बेटे को हार मिली थी। स्वामी फिर से इसी सीट से बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे थे, मगर भाजपा टिकट देने के मूड में नहीं थी।
स्वामी की हां-ना में फंसी राजनीति Political Mercury Rising In Uttar Pradesh
वह अपने दूसरे साथियों को भी टिकट दिलाना चाहते थे, जबकि भाजपा उन्हें टिकट देने को तैयार नहीं थी। इन्हीं कारणों से स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा से नाराज चल रहे थे। पार्टी के वरिष्ठ नेता उनसे लगातार बात कर रहे थे। सोमवार रात और मंगलवार सुबह भी स्वामी से बात हुई थी लेकिन वह नहीं माने और इस्तीफा दे दिया। स्वामी के इस्तीफे से भाजपा में भगदड़ मचने की उम्मीद है।
स्वामी के साथ कई मंत्री भी Political Mercury Rising In Uttar Pradesh
माना जा रहा है कि स्वामी के साथ-साथ कम से कम पांच-छह विधायक और एक मंत्री जरूर भाजपा का दामन छोड़ सकता है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी अपनी इस टूट को टालने की कोशिश में जुट गई है। अमित शाह के निर्देश पर स्वतंत्र देव सिंह और सुनील बंसल मोर्चा संभाल चुके हैं। सुनील बंसल और स्वतंत्र देव सिंह लगातार नाराज विधायकों को फोन कर मनाने में जुटे हुए हैं। कुल मिलाकर स्वामी ने अबतक सपा को हामी नहीं भरी है।
जोड़-तोड़ में जुटे कई दल Political Mercury Rising In Uttar Pradesh
सपा लगातार विरोधियों के खेमे में सेंध लगाने में जुट गई है। कांग्रेस नेता इमरान मसूद आज आधिकारिक तौर से समाजवादी पार्टी जॉइन करेंगे। माना जा रहा है कि सहारनपुर के बेहट से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी भी सपा में शामिल हो सकते हैं। इकके अलावा, सहारनपुर सदर सीट से विधायक मसूद अख्तर लखनऊ पहुंचे हैं और आज वग भी सपा में ज्वाइन करेंगे। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी भी अपने खेमे में आज एक-दो नेताओं को जोड़ सकती है। आज यूपी कांग्रेस के एक पूर्व विधायक समेत दो नेता भाजपा का दामन थामेंगे।
डैमेज कंट्रोल की जिम्मेदारी अमित शाह को Political Mercury Rising In Uttar Pradesh
फिलहाल, स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ तीन विधायकों के इस्तीफा देने और कई के कतार में होने की खबरों के साथ ही लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हलचल मच गई है। डैमेज कंट्रोल मोड में आई बीजेपी ने स्थिति को संभालने की जिम्मेदारी गृहमंत्री अमित शाह को सौंपी। हालांकि, स्वामी प्रसाद मौर्य ने अभी तक किसी पार्टी को ज्वाइन नहीं किया है लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वे अपने तीन समर्थकों तिंदवारी विधायक बृजेश प्रजापति, बिल्हौर के भगवती सागर और तिलहर के रोशनलाल वर्मा के साथ समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं। इसके अलावा, औरैया के बिधूना सीट से बीजेपी विधायक विनय शाक्य के भी पार्टी छोड़ने की खबर आ रही है।
शरद पवार की भी खलबली Political Mercury Rising In Uttar Pradesh
स्वामी के इस्तीफे के बाद शरद पवार ने भी एक बयान देकर यूपी का सियासी पारा बढ़ा दिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने दावा किया कि आने वाले दिनों में बीजेपी के 13 और लोग सपा के खेमे में शामिल हो जाएंगे। शरद पवार ने कहा कि यह परिवर्तन की हवा है। लोगों का भारतीय जनता पार्टी पर से विश्वास उठ चुका है इसलिए वे अब बदलाव चाहते हैं।
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