आज समाज डिजिटल, (Parliament 23 March 2023 Update): हिंडनबर्ग-रिपोर्ट और राहुल गांधी के लंदन में दिए गए देश विरोधी बयान को लेकर संसद में तकरार अभी थमी नहीं हैं। आज भी कार्यवाही होते ही हंगामा शुरू हो गया, जिसके चलते सदन स्थगित कर दिया गया। इस बीच संसद में भ्रष्टचारियों को सजा देने के लिए लाए गए लोकपाल पर सवाल खड़े किए गए हैं।
- राहुल पर संसद व देश की छवि खराब करने का आरोप
- लोकपाल की कार्यप्रणाली पर भी सदन में उठे सवाल
विपक्षी नेताओं ने पार्लियामेंट के गेट नंबर 1 पर किया प्रदर्शन
संसद स्थगित होने के बाद विपक्षी नेताओं ने पार्लियामेंट के गेट नंबर 1 पर प्रदर्शन किया। उन्होंने ‘वी वॉन्ट जेपी’, ‘मोदी सरकार डाउन-डाउन’, ‘मोदी सरकार शेम-शेम’ जैसे नारे लगाए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र में हमें विरोध जताने का अधिकार है। उन्होंने कहा, लोगों तक सच पहुंचाना हमारी ड्यूटी है। केंद्र की मौजूदा सरकार तानाशाह है और यह न चर्चा में यकीन करती है और न लोकतंत्र में। गौरतलब है कि सदन में बीजेपी राहुल गांधी से लंदन में दिए बयान पर माफी की मांग कर रही है। वहीं, हिंडनबर्ग-अडाणी मामले पर कांग्रेस की जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) की मांग बरकरार है।
6 अप्रैल तक चलना प्रस्तावित है बजट सत्र का दूसरा फेज
बता दें कि बजट सत्र का दूसरा फेज 13 मार्च से शुरू हुआ था और यह 6 अप्रैल तक चलना प्रस्तावित है। गुरुवार को संसद की कार्यवाही से पहले राज्यसभा स्पीकर जगदीप धनखड़ ने सुबह नेताओं की बैठक बुलाई थी। बैठक में राज्यसभा की कार्यवाही को ठीक से कैसे चलाया जा सकता है, इस मुद्दे पर बात हुई। बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी ने यूरोप और अमेरिका में अपनी बयानों से लगातार संसद और देश की गरिमा को धूमिल किया है, इसलिए उन्हें संसद से निष्कासित करने का समय आ गया है। उनकी लोकसभा सदस्यता को खत्म किया जाना चाहिए।
पिछले साल मई से खाली पड़ा है लोकपाल अध्यक्ष पद
भ्रष्टचारियों को सजा देने के लिए लाए गए लोकपाल को लेकर संसद में पेश एक रिपोर्ट में कहा गया है कि लोकपाल का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं है, क्योंकि इसके तहत आज तक भ्रष्टाचार के एक भी आरोपी के खिलाफ मुकदमा नहीं चलाया गया है। संसदीय स्थायी समिति ने पिछले साल मई से खाली पड़े लोकपाल के अध्यक्ष के पद को नहीं भरे जाने पर सवाल उठाया और रिक्तियों को भरने के लिए की जा रही कार्रवाई पर सरकार से समिति ने जवाब मांगा।
लोकपाल ने आज तक किसी व्यक्ति पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगाया
संसदीय स्थायी समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि लोकपाल द्वारा दिए गए आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बड़ी संख्या में इस आधार पर शिकायतों का निपटारा किया जा रहा है कि वे निर्धारित प्रारूप में नहीं हैं। लोकपाल ने समिति को प्रस्तुत किया है कि उसने आज तक एक भी व्यक्ति पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगाया है। रिपोर्ट के अनुसार लोकपाल का प्रदर्शन संतोषजनक न होने के चलते समिति का विचार है कि इसकी स्थापना स्वच्छ और उत्तरदायी शासन को बढ़ावा देने के प्रयास में की गई थी और इसलिए, इसे एक अवरोधक के बजाय एक समर्थक के रूप में कार्य करना चाहिए।
तकनीकी आधार पर वास्तविक शिकायतों को खारिज न करें लोकपाल
समिति ने लोकपाल से सिफारिश की कि वह केवल तकनीकी आधार पर वास्तविक शिकायतों को खारिज न करे कि शिकायत निर्धारित प्रारूप में नहीं थी। संसदीय स्थायी समिति की रिपोर्ट में यह भ्ज्ञी कहा गया है कि इस मोड़ पर जब भारत जी20 भ्रष्टाचार विरोधी कार्य समूह का नेतृत्व कर रहा है, लोकपाल को इस अवसर पर आगे आना चाहिए और देश में भ्रष्टाचार विरोधी परिदश्य को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
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