आज समाज डिजिटल, पटना,(Land For Job Scam Case): रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में पूर्व रेल मंत्री व आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव व उनके परिवार को दिल्ली की अदालत से आज जमानत मिल गई। परिवार के जिन अन्य सदस्यों को जमानत दी गई उनमें बिहार की पूर्व सीएम व लालू की पत्नी राबड़ी देवी और उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती शामिल हैं। सीबीआई ने तीनों की जमानत का विरोध नहीं किया।
- व्हीलचेयर पर अदालत पहुंचे थे लालू यादव
- मामले में अगली इसी माह 29 तारीख को
- तेजस्वी यादव पर शिकंजा कसने की तैयारी
50 हजार के निजी मुचलके पर मिली बेल
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आज जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने सभी को 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दी। मामले में अगली इसी महीने की 29 तारीख को होगी। आरजेडी सुप्रीमो लालू व्हीलचेयर पर पेशी के लिए अदालत पहुंचे थे। साथ में राबड़ी देवी और मीसा भारती भी पहुंची थीं।
रेलवे में नौकरी के बदले लोगों से जमीन लेने का आरोप
वर्ष 2004 से 2009 के दौरान रेल मंत्री रहते हुए लालू और उनके परिवार के सदस्यों पर रेलवे में नौकरी के बदले लोगों से जमीन लेने का आरोप है। सीबीआई ने इस मामले में हाल के दिनों में चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें आरोप लगाया गया है कि रेलवे की ग्रुप-डी में भर्ती के लिए भारतीय रेलवे के निर्धारित मानदंडों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए रेलवे में अनियमित नियुक्तियां की गईं। साथ ही लालू परिवार को नौकरी देने के बदले जमीन उपहार में दी गई या कम कीमत पर बेच दी गई।
तेजस्वी के पेशी पर न आने के बाद कानूनी राय ले रही सीबीआई
जमीन के बदले नौकरी मामले में ही लालू के बेटे व बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पेशी पर न आने को लेकर सीबीआई उनपर एक्शन की तैयारी में है। बता दें कि तीसरी बार नोटिस के बावजूद तेजस्वी पूछताछ के लिए सीबीआई कार्यालय नहीं पहुंचे। जांच एजेंसी उनके इस रवैये को असहयोग के रूप में देख रही है और उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए कानूनी राय ले रही है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार सोमवार को सीबीआई ने तीसरी बार नोटिस भेजकर तेजस्वी को पूछताछ के लिए बुलाया था। उन्हें मंगलवार को एजेंसी मुख्यालय में पूछताछ के लिए हाजिर होना था, लेकिन वह तीसरी बार भी नहीं आए।
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