नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
राजकीय महाविद्यालय महेंद्रगढ़ में सशक्त, सुदृढ़ और समृद्ध भारत की नींव रखने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती पर राष्ट्रीय एकता एवं अनुशासन दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ महाविद्यालय के प्राचार्य मेजर एम.आर. लाम्बा ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की स्वतंत्रता, एकता व अखंडता के लिए समर्पित लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन हम सबके लिए सदैव मार्गदर्शक व प्रेरणास्रोत रहेगा। उन्होंने राष्ट्रहित के संकल्प से पूरा जीवन देश के लिए जीने वाले सरदार पटेल की जयंती पर उनके चरणों में नमन व सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस की बधाई दी।
सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की
इसी कड़ी में महाविद्यालय के उप-प्राचार्य डॉ. लक्ष्मी नारायण ने देश को एकता के सूत्र में पिरोकर अखंड भारत का निर्माण करने वाले प्रथम उप-प्रधानमंत्री लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने बताया कि सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था। सरदार पटेल देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी थे। 2014 से हर साल 31 अक्टूबर को नेशनल यूनिटी डे या राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर उपस्थित रहे
इस अवसर पर एन.एस.एस. स्वयंसेवकों ने राष्ट्रीय एकता की शपथ ली। सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारतवर्ष को एकता एवं अनुशासन का पाठ पढ़ाया था। आज महाविद्यालय स्टाफ तथा एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर एनएसएस संयोजक डॉ. सोमवीर सिवाच ने स्वयंसेवकों को एकता एवं अनुशासन की शपथ दिलाई तथा अखंड भारत की एकता और अनुशासन के लिए मर मिटने का पाठ पढ़ाया। इस अवसर पर डॉ. बलजीत सिंह, डॉ. पविता यादव, डॉ. रेनू यादव, प्रो. जितेंद्र वशिष्ट, डॉ. मुकेश यादव, डॉ. कुलदीप, डॉ. अश्विनी, डॉ. अरुण कुमार, विनोद कुमार, शंकर लाल, दुलीचंद सहित महाविद्यालय के समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
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