- 8 जनवरी को होगी स्वदेश वापसी
National News | Rahul Gandhi | अजीत मेंदोला | नई दिल्ली । कांग्रेस के सर्वोच्च नेता और लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी एक बार फिर गलत मौके पर विदेश दौरे पर चले गए। जिसके चलते उनका विदेश दौरा इस बार भी विवादों में घिर गया है। हालांकि उनकी पार्टी के नेता राहुल के दौरे को निजी दौरा बता बचाव कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी हमलावर हो गई है।राहुल गांधी नए साल की छुट्टियां मनाने वियतनाम गए हैं।
उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि अगले महीने की 8 तारीख को राहुल की स्वदेश वापसी होगी।राहुल गांधी अमूमन नए साल के मौके पर विदेश जाते रहे हैं। लेकिन इस बार उनका दौरा ऐसे समय पर हुआ है जब उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर देश में सात दिन का शोक मनाया जा रहा है।
राहुल ने खुद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि पर सवाल खड़े कर राजनीति शुरू की
राहुल ने खुद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि पर सवाल खड़े कर राजनीति शुरू की थी। इसके बाद कांग्रेस ने स्मारक स्थल से लेकर कई मुद्दों पर सवाल उठाए तो बीजेपी हमलावर हो गई।
क्योंकि कांग्रेस ने इससे पूर्व पार्टी के दूसरे नेताओं के साथ भेदभाव किया था। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी और पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव के परिवार वालों ने कांग्रेस पर खुले आम भेदभाव का आरोप लगाया है।
कांग्रेस खुद सवाल उठा विवादों में घिर गई। इसी बीच राहुल गांधी अंत्येष्टि के दूसरे ही दिन वियतनाम निकल गए। बीजेपी ने राहुल के दौरे को लेकर तुरंत सवाल उठा दिए। राहुल इससे पूर्व भी कई बार ऐसे समय पर विदेश चले जाते हैं जब पार्टी के महत्वपूर्ण कार्यक्रम हो रहे होते हैं या चुनाव का समय होता है।
महाराष्ट्र के परिणामों से पूर्व भी राहुल विदेश चले गए थे।एक बार पार्टी की स्थापना दिवस पर मनाए जाने वाले बड़े कार्यक्रम से पूर्व विदेश जाते रहे हैं। इस बार पार्टी के 139 वें स्थापना दिवस के दिन पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि के चलते पार्टी ने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए थे।राहुल ने पार्टी की स्थापना दिवस पर इस बार एक्स पर कुछ नहीं लिखा।
पार्टी के अधिकांश नेताओं ने भी लिखने से परहेज किया।एक बार के लिए लगा कि कांग्रेस मनमोहन सिंह के मामले को लेकर गंभीर है।लेकिन राहुल ने खुद बीजेपी को हमले का मौका दे दिया। हैरानी की बात यह है कि दिल्ली में चुनाव की शुरुआत होने वाली है। दूसरे सभी दल रणनीति बनाने में जुटे हैं। कांग्रेस के बड़े नेता दिल्ली चुनाव को लेकर उदासीन हैं। यही नहीं 3 जनवरी से कांग्रेस की तरफ से संविधान बचाओ और अंबेडकर पर अभियान शुरू होना है और राहुल देश से बाहर है।
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