- प्रचार के अंतिम दिन खूब चले शब्द बाण
National News | Modi | Yogi | अजीत मेंदोला | नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक हैं तो सेफ हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बंटेंगे तो कटेंगे जैसे नारों ने महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव को दिलचस्प मोड़ पर ला विपक्ष को फंसा दिया दिखता है।
इन दोनों नारों के चलते प्रचार के अंतिम दिन सोमवार को बीजेपी पीएम पर जिस तरह के शब्द बाण चलाए गए उससे ऐसा लगता है कि विपक्ष कहीं ना कहीं नारों के चलते फंस गया है। विपक्ष ने अंतिम दौर में ऐसी कोशिश की है कि किसी तरह से फंसे चुनाव को बाहर निकाला जाए।
कांग्रेस की तरफ से उनके सर्वोच्च नेता राहुल गांधी ,पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और यूबीटी के मुखिया उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर हमले की सभी सीमाएं लांघ दी।
हालांकि प्रधानमंत्री मोदी के एक हैं तो सेफ हैं जैसे नारे को लेकर राहुल ने जैसे ही हमला बोला तो बीजेपी की तरफ से संबित पात्रा ने मोर्चा संभाल राहुल को छोटा पोपट बोल शब्द बाण चलाए। शब्दों की गरिमा का सवाल उठने पर बीजेपी ने सफाई दी यह उन्होंने ने नहीं बाला साहेब ठाकरे ने एक इंटरव्यू में राहुल के लिए बोला था जिसे हमने दोहराया।
दोनों राज्यों के माहौल को लेकर जो रिपोर्ट आ रही हैं वह बहुत दिलचस्प है। यह कोई नहीं कह रहा है कि फलां पार्टी या मोर्चा बहुमत लाने जा रहा है। महाराष्ट्र को लेकर जैसे पहले कहा जा रहा था कि महा विकास आघाड़ी को फायदा मिलेगा वह सरकार बनाने के करीब पहुंच सकती है।
लेकिन चुनाव प्रचार में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की रणनीति ने चुनाव को टक्कर में ला दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी के नारों ने कहीं ना कहीं दोनों राज्यों के चुनाव को हिंदुत्व की पिच पर खेल विपक्ष को मुश्किल में डाल दिया। ऐसा लगता है बीजेपी चुनाव का ध्रुवीकरण कराने में सफल रही।
विपक्ष ने चुनाव के अंतिम दौर में जिस तरह चुनाव को जात पात की तरफ मोड़ने की कोशिश की उससे भी इस बात को बल मिला कि चुनाव फंस गया है। राहुल गांधी ने झारखंड में अपनी पीसी में एक बार फिर जातीय जनगणना पर जोर देते हुए एक तरह से पिछड़ों की राजनीति का कार्ड एक बार फिर खेला है। साथ ही पीएम मोदी पर तंज कसते हुए उनके एक हैं तो सेफ हैं नारे को अडानी अंबानी से जोड़ बीजेपी पर हमला बोला।
कांग्रेस के उम्र दराज अध्यक्ष खरगे ने तो बीजेपी और संघ की तुलना तो जहर से कर दी। यहां तक कह दिया कि सांप जब काटता है तो उसे मार देते हैं। ऐसे जहरीले सांप को मार दो। उद्धव ठाकरे ने तो योगी के बंटेंगे तो कटेंगे का जवाब में सीधे कह दिया कि मुंबई पर हमला किया तो काटेंगे।विपक्ष की तरफ से चुनाव को गुजराती बनाम मराठी करने की भी कोशिश की गई।
मतलब विपक्ष ने अंतिम दौर में तरकश में जितने तीर थे उन्हें चला किसी तरह से चुनाव अपने पक्ष में करने की कोशिश की। विपक्ष ने यह कोशिशें तब की जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाइजीरिया और ब्राजील दौरे पर थे। नाइजीरिया में पीएम मोदी को वहां का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार नवाजा गया।उसके बाद पीएम मोदी जी 20 की बैठक में भाग लेने ब्राजील पहुंच गए।
प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेती है। सबसे अहम बात इस बार संघ महाराष्ट्र में ठीक उसी तरह का प्रचार कर रहा है जैसे हरियाणा में किया था। गांव ,शहर के एक एक वोटर को साधने की कोशिश की है।
प्रचार बंद होने के बाद डोर टू डोर कैंपेन में बीजेपी और संघ का तोड़ विपक्ष के पास नहीं है। विपक्ष की तरफ से आज प्रचार बंद हो गया लेकिन बीजेपी वोटिंग के बंद होने तक सक्रिय रहेगी।एक एक वोटर को साधने का वह कोई मौका नहीं छोड़ेगी।
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