जयहिंद बोले-
- 26 जून दिल्ली जंतर-मंतर पर कश्मीरी पंडितों के समर्थन में होगा करेंगे प्रदर्शन
- गृहमंत्री अनिल विज जम्मू लाल चौक जाएं और 1 लाख का ईनाम पाए
आज समाज डिजिटल, National News:
आम आदमी पार्टी के नवीन जयहिंद 26 जून दिल्ली जंतर-मंतर पहुचने का ललकारा देने अंबाला कैंट पहुंचे। सभा में जयहिंद ने कहा कि कश्मीर से कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं का पलायन करने का सिलसिला जारी है। हर रोज उनकी हत्याएं की जा रही हैं, लेकिन सरकार कश्मीरी पंडितों के साथ-साथ हिंदुओं के लिए कुछ नहीं कर रही। कश्मीरी हिंदुओं की हो रही हत्याओं के विरोध में 26 जून को दिल्ली के जंतर मंतर पर हजारों की संख्या में युवाओं की ओर से फरसे के साथ प्रदर्शन होगा।
26 जून को दिल्ली में रिलीज
जयहिंद ने बताया कि गत दिनों रोहतक के पहरावर गांव में गौड़ संस्था की जमीन मामले के लिए 37 बिरादरी की ओर से गौड़ संस्था की जमीन पर हजारों फरसाधारी युवाओं की ओर से किया गया विरोध प्रदर्शन सिर्फ फिल्म का ट्रेलर था। फिल्म 26 जून को दिल्ली में रिलीज होगी। इसमें हजारों युवा फरसा लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। कश्मीरी पंडितों के साथ हिंदुओं को एके-47 देने की मांग करेंगे।
फेसबुक लाइव के बारे में बताया
जयहिंद ने पिछले दिनों कश्मीर के लाल चौक पर किए। एक घंटे के फेसबुक लाइव के बारे में बताया और कहा कि देश के राज्य कश्मीर में इस तरह के हालात है कि देश का कोई नागरिक लाल चौक से फेसबुक लाइव भी नहीं कर सकता। फेसबुक लाइव करने पर ही आतंवादियों की ओर से उन्हें भी टारगेट कर लिया था। समय रहते देश के वीर जवानों की ओर से उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई और समय रहते आर्मी के जवानों ने उन्हें बचा लिया। हो सकता हैं टारगेट किए जाने के कारण उनकी भी हत्या कर दी जाती।
26 जून को युवाओं की ओर से ललकारा
कश्मीर के दयनीय हालातों को बताते हुए जयहिंद ने कहा कि वास्तव में कश्मीर के हालात बहुत ही दयनीय है। कश्मीरी पंडित और कश्मीरी हिंदू डर के साये में जी रहे हैं। उन्हें स्वयं ही नहीं पता कि मौत कब उन्हें गले लगा ले। जयहिंद ने कहा की कश्मीर में अकेले कश्मीरी पंडित ही नही हैं।
दूसरी सभी बिरादरी के हिंदू कश्मीर से पलायन कर रहे हैं। इनके लिए 26 जून को दिल्ली के जंतर-मंतर पर हजारों युवाओं की ओर से ललकारा दिया जाएगा। इसके साथ ही वहां पर शहीद होने वाले फौजी 36 बिरादरी से संबंध रहते हैं। वे अकेले एक बिरादरी से संबंध नही रखते। इन सभी बिरादरियों से संबंध रखने वाले कश्मीरी हिंदुओं के समर्थन में ये विरोध प्रदर्शन किया जा रहा हैं।
मुख्यमंत्री के आवास पर भी की टिप्पणी
जयहिंद ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सीएम आवास का नाम संत कबीर दास कुटीर रखा है। मुख्यमंत्री का हरियाणा के युवाओं, खिलाड़ियों बेरोजगारों और उन्ह की पार्टी के नेताओ के खिलाफ कठोर व्यवहार हैं। संत कबीर दास एक महान संत थे जो भोग विलास की वस्तुओं से दूर रहते थे। एक आम इंसान की तरह बिना किसी जातिवाद ओर भेदभाव से सभी इंसानों से मिलते थे। जबकि मुख्यमंत्री ऐसे स्थान पर निवास करते हैं जो आलीशान है। जहां अकेले गर्मी से बचाव के लिए ही हर कमरे में एयरकंडीशनर लगे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री आवास का नाम कबीर कुटीर की जगह कंस कुटीर होना चाहिए।
टारगेट करके मारा जा रहा
जयहिंद ने अंबाला कैंट से विधायक और मंत्री अनिल विज को चुनोती देते हुए कहा कि अगर विज या अन्य कोई विधायक या मंत्री जम्मू में लाल चौक पर जाकर एक घंटे लाइव करके दिखाए तो मैं उन्हें 1 लाख रुपये का ईनाम, रहना और आने-जाने का खर्चा देने को तैयार हूं।
जयहिन्द बताते है कि कश्मीर में लोगों को टारगेट करके मारा जा रहा है। देश के सांसद विधायक या मंत्री घर बैठकर कश्मीर के हिंदुओं के पलायन पर ट्वीट कर देते हैं। यह बहुत बड़ी शर्मनाक बात हैं। जयहिंद ने बताया कि वास्तव में कश्मीर के हालात इतने दयनीय हैं कि गत दिनों जयहिन्द की टीम की ओर से फेसबुक लाइव करने पर उन्हें ही टारगेट कर लिया गया था। साथ ही जयहिन्द ने बताया धारा 370 हटाना अच्छी बात है लेकिन वहां की जो धरातल की स्थिति है वह पहले से भी ज्यादा खराब हो चुकी है।
अग्निवीरों को पेंशन नहीं तो सदन वीरो को पेंशन क्यों
जयहिंद ने बताया यह सरकार जो अग्निवीर नामक योजना के तहत युवाओ को फौज में भर्ती कर रहे हैं। इसमें सिर्फ 4 साल का कार्यकाल रखा गया है। जो नौजवान युवा फौज में भर्ती के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं उनके साथ यह नाइंसाफी है।
साथ ही जयहिन्द ने बताया की चार साल फौज में जाकर जवान क्या ही करेंगे। वे चार साल में तो सिर्फ गोली चलाना ही सीखेंगे और फिर यहां आकर वे शूटर या फिर गैगस्टर बनेंगे। सबसे बड़ी बात तो यह है कि चार साल फौज की नौकरी करने बाद भी जवानों की पेंशन नही बनेगी। तो सवाल यह है कि जब इन अग्निवीर जवानों को पेंशन नही मिलेगी ओर न ही भूतपूर्व सैनिक का कोटा मिलेगा तो ये जो सदनवीर है (विधायक, मंत्री) इनकी भी पेंशन बन्द होनी चाहिए।
ये पदाधिकारी रहे मौजूद
इस मीटिंग मे अंबाला की सभी ब्राह्मण सभाओ के पदाधिकारी मौजूद रहे सुरिंदर राजू शर्मा अतुल शर्मा राजिंदर कौशिक जयभागवान शर्मा राजेश गोल्डी मदन लाल शर्मा सुरेश कौशिक राजीव शर्मा सतीश शर्मा देवी लाल शर्मा और अन्य सदस्य माजूद रहे।
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