चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शाम प्रधानमंत्री द्वारा 21 दिनों की देशव्यापी तालाबंदी (लॉकडाउन) के ऐलान को कोविड -19 से लाखों जिंदगियां बचाने के लिए जरूरी कदम करार दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार की तरफ से लाखों गरीबों और दिहाड़ीदारों के लिए कोई तत्काल राहत पैकेज न देने पर दुख जाहिर करते हए कहा कि यह लोग सरकार की मदद से बिना जीवन बसर नहीं कर सकते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के चक्कर को तोड़ने के लिए जरूरी है। जिसके लिए ऐसे कदम उठाने जरूरी थे क्योंकि कई अन्य देशों के विश्लेषक ऐसा पहले ही दिखा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि बिना किसी साधनों से रहने वाले लोगों की रोजाना की जरूरतों की पूर्ति करना भी इतना ही महत्वपूर्ण है। इसी दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों से अपील की कि वह अपने आप को घरों तक सीमित करके कोविड के विरुद्ध जंग लड़ने का प्रण लें क्योंकि इस तरह वह अपने आप को, अपने परिवारों को, सगे सबंधियों के साथ-साथ उन लाखों डॉक्टरों, नर्सें, पैरा -मेडिकल स्टाफ, पुलिस, मीडिया और सेवाओं निभा रहे अन्य लोगों जो इस समय पर 24 घंटे जोखिम का सामना कर रहे हैं, को सुरक्षित रख सकेंगे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कठिन समय में कठिन फैसले लेने की जरूरत होती है। उन्होंने लोगों को इस संकट से निपटने के लिए केंद्र और प्रांतीय सरकारों के साथ सहयोग करने की अपील की जिसके लिए उनकी सरकार पहले ही बीते दिन पंजाब में कर्फ्यू लगा चुकी है। उन्होंने कहा कि चाहे इस नाजुक दौर में लोगों को कुछ मुश्किलें झेलनी पड़ेंगी परंतु आखिर में यह सब कुछ उनके भले की खातिर किया गया है।