National Commission for Scheduled Castes Recommends : संदेशखाली मामले पर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश

0
169
National Commission for Scheduled Castes Recommends
संदेशखाली मामले पर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश

Aaj Samaj (आज समाज),  National Commission for Scheduled Castes Recommends, नई दिल्ली: राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न व हिंसा मामले में राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की हैं, जिसके बाद यह मुद्दा अत्यधिक संवेदनशील हो गया है। आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को संदेशखाली का दौरा किया था और शुक्रवार को घटना पर अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपी।

  • महिलाएं बोलने से डर रही थीं : आयोग

शाहजहां शेख के गैंग ने संदेशखाली में डरावना माहौल बनाया

आयोग के सदस्यों में अध्यक्ष अरुण हलदर के अलावा सुभाष रामनाथ पारदी और डॉ. अंजू बाला शामिल थीं। उन्होंने संदेशखाली में पीड़ितों से मुलाकात की और उन पर हुए कथित अत्याचार की जानकारी ली। अरुण हलदर ने कहा, जब हम संदेशखाली पहुंचे तो बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीमएसी) की सरकार ने बहुत ड्रामा किया। पार्टी के नेता शाहजहां शेख के गैंग ने वहां डरावना माहौल बना दिया। उन्होंने बताया कि महिलाएं उनसे बोलने से डर रही थीं। वे बहुत कुछ कहना चाहती थीं लेकिन ऐसा माहौल बना दिया गया जिसके डर से वे ज्यादा नहीं बोल सकीं। हालांकि हम समझ गए कि वे असल में क्या कहना चाहती हैं।

पुलिस भी हमारी बात नहीं सुन रही थी : अरुण हलदर

अरुण हलदर ने कहा, पुलिस भी हमारी बात नहीं सुन रही थी और यह बेहद अपमानजनक था। पुलिस राजनीतिक पार्टी की शाखा की तरह काम कर रही थी। उन्होंने कहा, संविधान के अनुच्छेद 338 अनुसूचित जाति और जनजाति को सुरक्षा देता है, लेकिन संदेशखाली में इसका उल्लंघन हो रहा है और उसमें सरकार का भी समर्थन है, इसलिए पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है।

टीएमसी नेता शाहजहां शेख व उसके सहयोगियों पर गंभीर आरोप

बता दें कि नॉर्थ 24 परगना जिले के बशीरहाट सब-डिवीजन में स्थित संदेशखाली में स्थानीय महिलाओं ने आरोप लगाए हैं कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों ने उनकी जमीन पर जबरन कब्जा किया है। कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया है। टीएमसी नेताओं की गतिविधियों से तंग आकर ग्रामीण व महिलाएं संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। भाजपा भी मुद्दे पर पीड़ित महिलाओं के समर्थन में उतर गई है। हाल ही में पार्टी वर्कर्स व पुलिस के बीच संदेशखाली में तीखी झड़प हुई।

शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग कर रही महिलाएं

संदेशखाली में कई महिलाएं टीएमसी नेता शाहजहां शेख की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं। शाहजहां शेख पिछले महीने कथित राशन घोटाले के सिलसिले में उसके घर पर छापा मारने वाली प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद से फरार है। वह राशन घोटाले में आरोपी है।

अपराधियों को बचाने में जुटा है प्रशासन

अरुण हलदर ने बताया कि आयोग की रिपोर्ट की पूरी बातें नहीं बताई जा सकती हैं, लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि वहां प्रशासन अपराधियों को बचाने में जुटा है। संदेशखाली में अनुसूचित जाति के लोगों को कोई सुरक्षा नहीं मिल रही है। हलदर ने कहा, हम जितने भी तथ्य एकत्र कर सके, उन्हें संकलित कर लिया गया है।

यह भी पढ़ें:

Connect With Us: Twitter Facebook