Aaj Samaj (आज समाज), Narcotics Control Bureau, मनोज वर्मा, कैथल:
हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक वर्मा प्रतिदिन नशे के विरुद्ध युवा पीढ़ी को जागरूक कर रहे हैं। वे पूरे हरियाणा में साइकिल यात्रा निकाल कर जागरूकता कार्यक्रम कर रहे हैं। वे आज राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फरल में पहुंचे और एक दिवसीय 79 वां नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
जिसमें 466 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने भाग लिया। विद्यार्थियों को नशे के विरुद्ध जागरूक करते हुए वर्मा ने कहा कि यदि किसी के पड़ौस में आग लगती है तो उसका धुआं, गर्मी, तपन और प्रदूषण अन्य पड़ौसियों को भी प्रभावित करता है और हो सकता है वो आग आस पास के घरों को भी जला दे।
यही स्थिति नशे की होती है। जब कोई व्यक्ति नशा करता है तो इससे अन्य लोग भी नशे की लत में पड़ सकते हैं। यह एक ऐसा विषैला नाग है जिसे आरम्भ में ही कुचलना श्रेष्यकर होगा। नशे के कारण पूरा परिवार ही नहीं अपितु समाज और राष्ट्र भी प्रभावित होता है। उन्होंने नशे की परिभाषा देते हुए कहा कि नशा दो प्रकार का है। एक प्रतिबंधित और दूसरा अप्रतिबन्धित। दोनों प्रकार के ही नशे मनुष्य के लिए हानिकारक हैं।
उन्होंने बताया कि नशा मनुष्य के जीवन में शौक बनकर आता है और लत पडऩे पर जीवन में कष्टकारी होकर शोक में परिवर्तित हो जाता है। उन्होंने नशेड़ी की व्याख्या विस्तारपूर्वक करते हुए विभिन्न उदाहरण देकर विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया और बताया कि जिस नशेड़ी को देखकर हम नाक भौं सिकोड़ते हैं वह भी पहले एक साधारण व्यक्ति था लेकिन नशे के शौक ने उसे नशेड़ी की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया।
यदि हम चाहते हैं कि हम ऐसा न बने तो पहले दिन से ही नशे को ना कहें। नशे को ना कहना सीखें। छात्राओं को सम्बोधित करते हुए डॉ. वर्मा ने कहा कि बहनें रक्षा बंधन और भैया दूज पर अपने भाई से उपहार के बदले वचन लें कि उनका भाई जीवन में कोई भी नशा नहीं करेगा। उन्होंने ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर 9050891508 पर चर्चा करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति प्रतिबंधित नशा बेच रहा है तो उसकी गुप्त सूचना 9050891508 पर दें।
इतना ही नहीं यदि कोई नशा छोडऩा चाहता है तो भी इस पर सम्पर्क कर सकता है। उन्होंने बड़े विस्तार से गायन के माध्यम से भी जागरूक करते हुए कहा कि नशा कोई करने से बुरा है नशे का व्यापार करना। ऐसे पाप की कमाई से तो अच्छा है मेहनत करके पेट भरना। उन्होंने आगे कहा कि नशा मुक्त भारत का सपना पूरा करने के लिए सभी आज एक साथ संकल्प लें।
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