गांव सील/ पटियाला। पटियाला ज़िले के हलका घनौर के गाँव सील का निवासी और भारतीय फ़ौज का जवान नायब सूबेदार मनदीप सिंह भी उन बहादुर शहीदों में शामिल है, जो भारत -चीन सरहद पर गलवान घाटी में पड़ोसी मुल्क चीन की फ़ौज के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गये हैं। जैसे ही 40 वर्षीय नायब सूबेदार मनदीप सिंह की शहादत वाली ख़बर गाँव सील पहुँची, उसी समय इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
शहीद की 65 वर्षीय माता शकुंतला ने आंसू के साथ भरीं आँखों के साथ कहा कि उस का पुत्र तीन बहनों का अकेला भाई था और उसके बुढापे का सहारा अपनी जान देश के लेखे लगा गया है। शहीद की पत्नी गुरदीप कौर ने रोते हुए कहा कि कुछ दिन पहले ही उसकी मनदीप सिंह के साथ बात हुई थी परंतु अब वहां संपर्क साधन न होने के कारण बात नहीं हो सकी थी और आज उन की शहादत की ख़बर पर उसको रत्ती भर भी यकीन नहीं हो रहा। जबकि शहीद के दोनों बच्चों 12 साल का लड़का जोबनप्रीत सिंह और 15 साल की लड़की महकप्रीत कौर से रोते हुए आवाज़ भी नहीं निकल रही थी।
इसी दौरान पटियाला से सांसद परनीत कौर ने शहीद मनदीप सिंह के परिवार के साथ हमदर्दी का इज़हार करते कहा है कि हमारे बहादुर शहीदों की शहादत बेकार नहीं जायेगी और इस दुख की घड़ी में वह ख़ुद और उन के समूचे परिवार समेत सारा पंजाब और देश शहीदों के परिवार के कंधो के साथ कंधा जोड़ कर खड़े हैं।
20 मार्च 1980 में माता शकुंतला और पिता दिवंगत लछमण सिंह के घर जन्मा शहीद नायब सूबेदार मनदीप सिंह 24 दिसंबर 1997 को भारतीय फ़ौज में भरती हुआ था और वह बहुत ही मिलनसार और नेक स्वभाव का मालिक था। वह कोविड -19 के लाकडाऊन करके कुछ दिन पहले ही छुट्टी काटकर वापस लेह लद्दाख़ न
में अपनी तैनात यूनिट 3आरटलरी मीडियम में गया था। मेहनती स्वभाव का मालिक मनदीप सिंह अपनी यूनिट में गन्नर इंस्ट्रक्टर (ए.आई.जी.) था।
इसी दौरान कैबिनेट मंत्री ब्रह्म महेन्दरा और साधु सिंह धरमसोत ने भी शहीद मनदीप सिंह की शहादत पर दुख जताया है। जबकि हलका राजपुरा के विधायक हरदयाल सिंह कम्बोज़ और घनौर के विधायक मदन लाल जलालपुर ने भी परिवार के साथ दुख सांझा किया है और शहीद के परिवार को भरोसा दिया कि इस दुख की घड़ी में वह परिवार के साथ ठहरे हैं। मैंबर ज़िला परिषद गगनदीप सिंह जोली जलालपुर ने परिवार के साथ मुलाकात करते दुख प्रकट किया है।
शहीद के परिवार को आश्वासन देने पहुँचे पटियाला के डिप्टी कमिशनर कुमार अमित और एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि ज़िला प्रशासन शहीद के परिवार के दुख में शरीक है। इस मौके उन के साथ एसडीएम राजपुरा खुशदिल सिंह, डीएस पी घनौर मनप्रीत सिंह और तहसीलदार हरसिमरन सिंह समेत ओर उच्च आधिकारियों ने भी दुखी परिवार के साथ मुलाकात करके शोक जताया।
डिप्टी कमिशनर कुमार अमित ने बताया कि वह भारतीय फ़ौज के साथ राबता कर रहे हैं और उसकी मृतक देह के गाँव सील पहुँचने पर शहीद की मृतक देह का पूरे मान -सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। इस मौके शहीद के चचेरे भाई कैप्टन (रिटा.) निर्मल सिंह, जोकि 30 अप्रैल को ही सेवा मुक्त हो कर चीन की सरहद से शहीद मनदीप सिंह के पास से वापस लौटे हैं, ने कहा कि चीन की सरहद पर नाजुक हालात में भी हमारे जवान पूरी दिलेरी के साथ सेवा निभा रहे हैं।