Nahan News: ऐतिहासिक शहर नाहन में 16वीं जगन्नाथ यात्रा का भव्य आगाज , यात्रा में नजर आया भाईचारे का अनुपम उदाहरण

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Nahan News Grand beginning of Jagannath Yatra

नाहन: ऐतिहासिक शहर नाहन में आज भगवान श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली गई। नाहन शहर में निकाली जाने वाली यह यात्रा आपसी भाईचारे का भी प्रतीक है क्योंकि इसमें विभिन्न धर्मों के शिरकत करते हैं। रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने के लिए श्रद्धालु बेहद उत्सुक नजर आए। कहा जाता है कि भगवान श्री जगन्नाथ के रथ का रस्सा खींचने से लोगों की मन्नतें पूरी हो जाती है। पिछले 16 सालों से नाहन शहर में लगातार रथ यात्रा निकाली जा रही है जिसका जिम्मा जगन्नाथ रथ यात्रा समिति संभालती है। गौर हो कि रथ यात्रा का आगाज सुबह करीब साढ़े 11 बजे के आस-पास हो गया है। धीरे-धीरे शहर भगवान श्री जगन्नाथ जी के भक्तिमय रंग में समाना शुरू हो गया है।

भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा हजारों की संख्या में लोगों ने रथ यात्रा में लिया हिस्सा

सुखद बात यह है कि भगवान श्री जगन्नाथ यात्रा का आगाज इस बार भी मुस्लिम-हिंदू भाईचारे के साथ हुआ है। मुस्लिम युवक असलम ने यात्रा में हिस्सा लेने वालों के लिए एक खास पेशकश की है। उन्होंने कहा कि जगन्नाथ यात्रा में जाने के लिए जूते-चप्पल रखने के लिए हमारी दुकान सेवा में हाजिर है। बता दें कि शहर के अलग-अलग हिस्सों में मुस्लिम और सिख समुदाय द्वारा यात्रा का स्वागत किया किया गया। भाईचारे की यह सोच यात्रा के महत्व को चार चांद लगा देती है। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल में भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर में विग्रहों को रथ पर आरूढ़ करवाया। मीडिया से बात करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने इस यात्रा के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी। साथ ही कहा कि आज के दिन वह भगवान जगन्नाथ से पूरे प्रदेश व शहर की सुख शांति के लिए कामना करते हैं। जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होने पहुंचे स्थानीय लोगों ने कहा कि शहर में 16वीं बार यह यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि हर साल यात्रा में पहुंचने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिसमे बाहरी राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है।

भगवान श्री जगन्नाथ के जयकारों से गूंजा शहर , भक्तिमय हुआ पूरा नगर

उन्होंने कहा कि नाहन में भगवान जगन्नाथ जी की सिद्ध पीठ है जिससे लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि नाहन में निकाले जाने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा की खास बात यह भी है कि यहां विभिन्न धर्मों के लोग इस यात्रा में शामिल होते है जिसमें हिंदू, मुस्लिम सिख और ईसाई शामिल है। इस वर्ष की जगन्नाथ यात्रा में स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहरी श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। विभिन्न धर्मों के लोगों द्वारा यात्रा का स्वागत और सेवा करना धार्मिक सौहार्द का एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करता है। मुस्लिम समुदाय ने अपने इलाके में पानी, शरबत और फलों की व्यवस्था की है, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के यात्रा का आनंद ले सकें।

रास्ते में श्रद्धालुओं के लिए रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था भी की गई है। शहर में धार्मिक सौहार्द को देखकर हर किसी का मन आनंदित हो जाता है कि सभी समुदाय मिलकर इस धार्मिक यात्रा को सफल बना रहे हैं। यात्रा के मार्ग पर इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और स्वयंसेवकों की टीम लगातार यात्रा की निगरानी कर रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। शहर के लोग जगन्नाथ यात्रा को सफल बनाने में जी-जान से जुटे हुए हैं। सभी की यही कामना है कि भगवान श्री जगन्नाथ जी की कृपा बनी रहे और यह यात्रा हर वर्ष इसी तरह भाईचारे और सौहार्द के साथ संपन्न हो। इसमें कोई दो राय नहीं है कि जब लोग मिलकर काम करते हैं तो हर कार्य सफल होता है।

पंडित राम दत्त शास्त्री ने बताया कि श्री जगन्नाथ जी के रथ को खींचने से सहयोगियों के बराबर पुण्य मिलता है। उन्होंने बताया कि यह रथ भगवान के विराजमान होने के बाद बुद्धि चित्त और अहंकार का स्वरूप होता है। उन्होंने बताया कि रथ रूपी शरीर में आत्मा रूपी भगवान श्री जगन्नाथ जी साक्षात रूप में विद्यमान होते हैं। उन्होंने बताया कि रथ यात्रा शरीर और आत्मा के मेल की ओर संकेत करता है और यह आत्म दृष्टि बनाए रखने में भी प्रेरणा देता है। वहीं रथ यात्रा मंडल समिति के अध्यक्ष प्रकाश बंसल ने बताया कि 2009 से शुरू हुई यह भव्य रथ यात्रा अब श्रद्धा का विकराल रूप धारण कर चुकी है। उन्होंने बताया कि उत्तर भारत के श्रद्धालुओं के सहयोग से भगवान जगन्नाथ जी के मंदिर के प्रवेश का पहला तोरण द्वार भी लाखों की लागत से बनकर तैयार हो चुका है। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार पुरी धाम में नीम की लकड़ी का रथ बनाया जाता है इस प्रकार इस रथ यात्रा के लिए रथ का निर्माण भी उसी तर्ज पर किया जाएगा।

15 जून से शुरू हो जाती है रथयात्रा की तैयारियां

15 जून से 30 जून तक हर रोज प्रभात फेरी, 28 जून से 4 जुलाई तक भागवत गीता का पाठ , 5 और 6 जुलाई को विग्रहों की पूजा, 6 जुलाई को संकीर्तन का आयोजन हुआ। कुदरत की माया देखिए, मौसम भी सुहावना है। आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं से कीमती सामान साथ लेकर न आने का आग्रह किया है। बता दें, पिछले साल जेबकतरों ने महिलाओं की सोने की चेन पर हाथ साफ कर दिया था, बाद में पुलिस की मुस्तैदी से इंटर स्टेट गैंग का पर्दाफाश किया गया था।

कॉफी स्टॉल लगा यात्रा का स्वागत करती सिख नौजवान समिति

सिख नौजवान समिति के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने कहा कि भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर से चौगान मैदान आते समय भगवान की पालकी का स्वागत किया गया। साथ ही श्री गुरुद्वारा साहिब के बाहर कॉफी का स्टॉल लगाया गया। इसके अलावा भी समिति यात्रा को सफल बनाने के लिए सक्रिय है। बता दें कि श्री दशमेश स्थान चौगान मैदान के किनारे स्थित है और ठीक इसके सामने से यात्रा शुरू होती है।