Nadira: बॉलीवुड अभिनेत्री नादिरा पहली भारतीय अभिनेत्री थीं, जिन्होंने दुनिया की सबसे लग्जरी कारों में शुमार Rolls Royce खरीदी थी। 5 दिसंबर 1932 को इराक के बगदाद में एक यहूदी परिवार में जन्मी नादिरा का असली नाम फ्लोरेंस एजेकिल था।

लेकिन बॉलीवुड में उन्हें उनकी दमदार शख्सियत और बोल्ड किरदारों के वजह से इनको नादिरा के नाम से जाना गया। नादिरा का हिंदी सिनेमा में सफर 1952 में आई फिल्म ‘आन’ से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने दिलीप कुमार के अपोजिट काम किया था। फिल्म के निर्देशक महबूब खान ने ही उन्हें नादिरा नाम दिया।

इतनी मिलती थी सैलरी

नादिरा ने जब फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा, तो उन्हें महज 1200 रुपये सैलरी मिलती थी। समय के साथ उनकी लोकप्रियता बढ़ी, और उनकी फीस 3600 रुपये तक पहुंच गई। एक बार जब उन्होंने अपनी कमाई अपनी मां को दिखाई, तो उनकी मां हैरान रह गईं और पूछ बैठीं – “क्या तू ये पैसे चोरी करके लाई है?

1956 में रिलीज हुई राज कपूर की फिल्म ‘श्री 420’ में नादिरा ने एक क्लब डांसर ‘माया’ का किरदार निभाया। इस फिल्म में उन्होंने इतनी दमदार अदाकारी की कि नरगिस तक उनके सामने फीकी पड़ गईं। यह फिल्म उनके करियर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई, और वह सबसे ज्यादा फीस लेने वाली भारतीय अभिनेत्रियों में शामिल हो गईं।

अपनी शाही लाइफस्टाइल के लिए मशहूर

नादिरा अपनी शाही लाइफस्टाइल के लिए भी जानी जाती थीं। वह बॉलीवुड की पहली अभिनेत्री बनीं, जिन्होंने Rolls Royce जैसी लग्जरी कार खरीदी थी। उस जमाने में जब अभिनेत्रियां सादगी और परंपरागत किरदार निभाने के लिए जानी जाती थीं, तब नादिरा ने बोल्ड और नेगेटिव किरदारों से अलग पहचान बनाई।

बेहद आत्मनिर्भर और तेज-तर्रार

नादिरा सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, बल्कि असल जिंदगी में भी बेहद आत्मनिर्भर और तेज-तर्रार थीं। उन्होंने अपने दौर में ऐसा नाम कमाया, जिसे भुलाया नहीं जा सकता। उनकी कहानी आज भी नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।