मैसूर। कर्नाटक में मैसूर शाही परिवार ने विजयदशमी के त्योहार पर शमी के पेड़ की पूजा की। शाही परिवार में आज के दिन पारंपरिक तौर पर पूजा अर्चना की जाती है और इसमें शाही परिवार के लोग भाग लेते हैं। मैसूर शाही परिवार के तत्कालीन वंशज यदुवीर कृष्णादत्ता चमराज वादियार ने विजय दशमी की परंपरा निभाते हुए पूजा अर्चना की। इस मौके पर परंपरा निभाते हुए महल में शमी पेड़ की पूजा-अर्चना की। इसके अलावा मैसूर महल में ‘वज्रमुष्टी कलगा’ का आयोजन किया गया है। यह मार्शल आर्ट का एक प्राचीन रूप है। ऐसा माना जाता है कि घर में शमी का पेड़ लगाने से देवी-देवताओं की कृपा होती है और सुख-समृद्धि आती है। यह शनि के कोप से भी बचाता है। इसके साथ ही महल में मार्शल आर्ट का भी आयोजन किया गया था।
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