Horror Films : अगर आप हॉरर फिल्मों के शौकीन हैं, तो आपने ‘द एक्सॉर्सिस्ट’ का नाम जरूर सुना होगा। यह वही हॉलीवुड फिल्म है जो इतनी डरावनी थी कि इसे इंग्लैंड, आयरलैंड और स्कॉटलैंड जैसे देशों में बैन कर दिया गया था। 1973 में रिलीज हुई यह फिल्म आज भी दर्शकों के दिलों में खौफ पैदा करती है। IMDB पर 8.2 की रेटिंग के साथ इस फिल्म को हॉरर की दुनिया में मील का पत्थर माना जाता है। आइए और जानें इस फिल्म से जुड़ी हर अहम बात।
कहानी का मूल आधार, वास्तविक घटना पर आधारित है फिल्म
‘द एक्सॉर्सिस्ट’ एक वास्तविक घटना पर आधारित फिल्म है, जिसकी कहानी मशहूर लेखक विलियम पीटर ब्लैटी ने लिखी थी। इसे पहले सिर्फ़ 25 सिनेमाघरों में रिलीज़ किया गया था क्योंकि मेकर्स को डर था कि लोगों को यह पसंद नहीं आएगी। हालाँकि, हुआ इसके उलट- फ़िल्म को दर्शकों से ज़बरदस्त रिस्पॉन्स मिला और इसे अमेरिका समेत कई देशों में रिलीज़ किया गया।
फ़िल्म के डरावने सीन: लोग डर के मारे चीखने-चिल्लाने लगे और उल्टी करने लगे
इस फ़िल्म में इतने डरावने सीन हैं कि इसे देखने के बाद अच्छे-अच्छे लोगों के पसीने छूटने लगते हैं। कहा जाता है कि जब यह फ़िल्म बड़े पर्दे पर दिखाई गई तो कई दर्शक डर के मारे चीखने-चिल्लाने लगे और उल्टी करने लगे। इसका हॉरर लेवल इतना ज़्यादा था कि लोग इसे देखने के बाद रातों को सो नहीं पाए।
ऑस्कर जीतने वाली पहली हॉरर फ़िल्म
‘द एक्सॉर्सिस्ट’ ने हॉरर फ़िल्मों के इतिहास में एक नया रिकॉर्ड बनाया। यह ऑस्कर अवॉर्ड जीतने वाली पहली हॉरर फ़िल्म थी। इसने कई और अवॉर्ड भी जीते और इसे 50 सालों की सबसे डरावनी फ़िल्म का खिताब दिया गया।
इस फ़िल्म का भारत से ख़ास कनेक्शन है
हालाँकि यह हॉलीवुड फ़िल्म है, लेकिन भारत में इसे काफ़ी पसंद किया जाता है। यह फ़िल्म भारत में भी चर्चा का विषय बनी और इसे दुनिया की सबसे डरावनी फ़िल्म के तौर पर गूगल पर सर्च किया गया।
फिल्म की कहानी: एक रूह को झकझोर देने वाला अनुभव
फिल्म की कहानी एक ऐसी लड़की पर आधारित है, जिस पर एक राक्षसी आत्मा का साया है। उसके परिवार के सदस्य कई डॉक्टरों और पुजारियों से मदद मांगते हैं, लेकिन सभी असफल हो जाते हैं। आखिरकार, एक पुजारी उसकी आत्मा को मुक्त करने के लिए एक खतरनाक ‘भूत भगाने’ का काम करता है। इस दौरान जो कुछ होता है, उसे देखकर दर्शक हैरान रह जाते हैं।