- रैन बसेरों में कम्बल, गद्दे, हीटर, बिजली-पानी व शौचालय जैसी सुविधाएं हैं उपलब्ध
Aaj Samaj (आज समाज), Municipal Corporation Abhishek Meena, प्रवीण वालिया, करनाल, 15 दिसंबर :
नगर निगम की ओर से शहर के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में बनाए गए रैन बसेरे बेघर लोगों को आश्रय देकर उन्हें कडक़ती ठंड से बचा रहे हैं। इनमें एक स्थाई और 5 अस्थाई रैन बसेरे हैं, जिनमें बेसहारा व्यक्ति रात गुजारते हैं। रैन बसेरों में गर्म कम्बल, गद्दे, हीटर, पीने का पानी, शौचालय और बिजली जैसी सुविधाएं दी गई है। सभी रैन बसेरे अच्छी कंडीशन में रहें, इसके लिए चौकीदार की ड्यूटी भी लगाई गई है। इनकी साफ-सफाई के लिए एक-एक सफाई कर्मी की ड्यूटी भी लगाई गई है।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने बताया कि कुछ लोग ऐसे हैं, जो शहर में यहां-वहां रात गुजारते हैं, अर्थात इनके पास अपना कोई घर नहीं है, लेकिन सर्दी में खुले में रात गुजारना दुष्कर है। इसे लेकर नगर निगम की ओर से रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है। इनमें से एक शहर के प्रेम नगर में स्थाई रैन बसेरा हैं, जिसमें करीब 80 व्यक्तियों के ठहरने का इंतजाम है।
दूसरी ओर 5 अस्थाई रैन बसेरे भी अलग-अलग जगहों पर दिए गए हैं, इनमें 4 छोटे और 1 बड़ा है। बीस व्यक्तियों की क्षमता का बड़ा अस्थाई रैन बसेरा सैक्टर-12 स्थित उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के समीप है, जबकि छोटे रैन बसेरे, कल्पना चावला राजकीय मैडिकल कॉलेज के पास, रेलवे स्टेशन, पुराने बस स्टैण्ड के पीछे टैक्सी स्टैण्ड में और मेरठ रोड चौक पर रखे गए हैं, प्रत्येक में 10 व्यक्तियों के रात गुजारने की क्षमता है। उन्होंने बताया कि अस्थाई रैन बसेरों में विश्राम करने का समय सांय 6 से प्रात: 6 बजे तक है, जबकि प्रेम नगर स्थित स्थाई रैन बसेरा पूरा दिन खुला रहता है। उन्होंने बताया कि बेघर व्यक्ति खुले में या फ्लाईओवर इत्यादि के नीचे न सोए, इनकी निगरानी के लिए नगरीय परियोजना अधिकारी प्रवीन चुग के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है।
यह टीम गाड़ी लेकर रात को शहर में घूमती है। इस दौरान बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन या फिर फ्लाई ओवर, कहीं भी कोई बेघर व्यक्ति दिखाई दे तो, उसे रैन बसेरो में रात गुजारने के लिए कहा जाता है। अगर कोई व्यक्ति जाने में असमर्थ हो तो उसे नजदीकी रैन बसेरे में छोडक़र भी आते हैं। इस कार्य के लिए राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की टीम काम में लगी है। रैन बसेरो में जो व्यक्ति रात गुजारने के लिए जाते हैं, उनके लिए सभी जगह एक-एक रजिस्टर मेन्टेन किया जा रहा है।
निगमायुक्त ने बेघर लोगों के साथ-साथ शहर के नागरिकों से भी अपील की है कि वे सर्दी के मौसम में किसी भी व्यक्ति को बिना आश्रय के घूमता देखें, तो एक पुण्य कार्य के नाते उसे रैन बसेरे में जाने के लिए कहें। उन्होंने कहा कि बेघर व्यक्तियों कीसहायता के लिए जो लोग कम्बल इत्यादि दान देने के लिए बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन या फ्लाईओवर जैसी जगहों पर जाते हैं, वह ऐसी जगहों की बजाए रेन बसेरे में आकर कम्बल इत्यादि दान कर सकते हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति खुले में न सोए।