प्रवीण वालिया, करनाल:
विकास कार्य शुरू करने से पहले उनकी फिजिबिलिटी यानि साध्यता चैक करने और उन जगहों पर जरूरत के हिसाब से कार्य में ओर क्या इजाफा किया जा सकता है, को लेकर नगर निगम आयुक्त डा. मनोज कुमार ने शहर की विभिन्न साईट्स का दौरा किया। दौरे में उनके साथ कार्यकारी अभियंता अक्षय भारद्वाज, सतीश शर्मा तथा प्रियंका सैनी मौजूद रही। निगमायुक्त ने सबसे पहले वार्ड नम्बर 11 के मॉडल टाऊन क्षेत्र में एल.आई.सी. ऑफिसके पीछे स्थित एक पार्क का निरीक्षण किया। बता दें कि पार्क के नवीकरण को लेकर एस्टीमेट तैयार किया गया था, जिसकी फिजिबिलिटी चैक करने के लिए निगमायुक्त ने इसका दौरा किया। एस्टीमेट के अनुसार पार्क में फुटपाथ को चौड़ा कर चाकर टाईलें लगाना, गैजिबो का निर्माण, झूलों व बाउण्डरी वाल के पिलरों की रिपेयर, पेंटिंग वर्क तथा पार्क में गेट लगाने जैसे काम शामिल किए गए थे। निगमायुक्त ने इन कार्यों पर अपनी सहमति प्रकट की तथा कार्यकारी अभियंता प्रियंका सैनी को निर्देश दिए कि पार्क का स्लोप चैक कर इसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने तथा पार्क के साथ लगती गलियों के पानी को पार्क में लाने के लिए इसके चारों ओर विपिंग होल बनाने के निर्देश दिए, ताकि बरसाती पानी की निकासी हो सके। इसके पश्चात निगमायुक्त ने वार्ड 1 के झंझाड़ी स्थित शमशान घाट का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यकारी अभियंता अक्षय भारद्वाज को निर्देश दिए कि शमशान घाट के कुण्डों को रिनोवेट करें तथा इसके साथ की जगह को इंटरलॉकिंग टाईलों से पक्का करें। ताकि यहां आने वाले नागरिकों को दिक्कत ना आए। उन्होंने कहा कि दीवार के साथ-साथ पौधे लगाने की जगह भी छोड़ी जाए। इसके पश्चात उन्होंने इसके साथ ही बनाए गए हाल को भी रिनोवेट करने और उसके आगे पड़ी खाली जगह पर पार्क विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस जगह की साफ-सफाई करवाकर इसमें घास व पेड़-पौधे लगवाएं तथा सैर करने के लिए फुटपाथ का निर्माण किया जाए। निगमायुक्त ने जी.टी. रोड के साथ लगती ग्रीन बेल्ट के एक हिस्से को भी साफ-सुथरा करने तथा इसकी अर्थ फिलिंग कर इसे ऊंचा उठाने और उसमें पेड़-पौधे लगाने के निर्देश दिए। निगमायुक्त ने वार्ड 3 के निर्मल विहार क्षेत्र का दौरा किया। यहां पर सीवर लाईन डालने का काम किया जाना है, जिस लेकर एस्टीमेट तैयार किया गया था। दौरे में निगमायुक्त ने फूसगढ़ में निमार्णाधीन 20 एम.एल.डी. एसटीपी का औचक निरीक्षण किया तथा काम की गति धीमी होने पर टाटा कम्पनी के इंजीनियरों पर सख्त हुए। उनके साथ कार्यकारी अभियंता सतीश शर्मा भी मौजूद रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि एसटीपी के रिसिविंग चैम्बर तथा दोनो एस.बी.आर. टैंकों का निर्माण आगामी 15 सितम्बर पूरा करके दिखाएं, अन्यथा नोटिस जारी करते हुए पेनेल्टी लगाई जाएगी। उन्होंने पूरे एसटीपी का निरीक्षण किया और साथ-साथ इंजीनियरों को निर्देश देते रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि हर ब्लॉक में लगाई गई लेबर की संख्या में इजाफा करें, तभी काम को जल्दी पूरा किया जा सकता है। उन्होंने एसबीआर टैंक में अपॉक्सी पेंट करने वाली लेबर की संख्या बढ़ाने के भी एजेंसी को निर्देश दिए। कार्यकारी अभियंता ने निगमायुक्त को बताया कि एसबीआर टैंक में डिकेंटर लगाए जा चुके हैं तथा इसके साथ ही पैनल्स लगाने का काम भी पूरा किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त डी.जी. सेट और ब्लोअर आ चुके हैं, जिन्हें भी जल्द लगवाया जाएगा। निगमायुक्त ने टाटा कम्पनी के इंजीनियरों को निर्देश दिए कि सभी काम समानांतर चलाएं। निगमायुक्त के दौरे में एई सुनील भल्ला, सतीश कुमार मित्तल तथा लख्मीचंद राघव तथा जेई कृष्ण कुमार, संजीत तथा प्रदीप कुमार भी मौजूद रहे।
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