प्रवीण वालिया, करनाल:
हरित करनाल की तर्ज पर नगर निगम की ओर से शहरी क्षेत्र में पौधोरापन अभियान जारी है। इसके तहत अब तक 10 हजार से अधिक छोटे-बड़े पौधे लगाए जा चुके हैं। इनमें वर्षभर हरे-भरे रहने वाले सजावटी, फलदार व छायादार पौधे शामिल हैं। शुक्रवार को नगर निगम आयुक्त डॉ. मनोज कुमार ने फूसगढ़ क्षेत्र का दौरा कर यहां के सामुदायिक केन्द्र में फोनिक्स पाम का एक पौधा लगाया। उनके साथ मौजूद अधिकारियों ने भी पौधे रोपित किए। इस अवसर पर निगमायुक्त ने बताया कि कम्यूनिटी सेंटर की छटा बढ़ाने के लिए इसके परिसर में 9 लाख 69 हजार रूपये की राशि से घास व पौधे लगाने का अनुमान तैयार किया गया था। इसके 7 हजार वर्ग मीटर एरिया में सलेक्शन नम्बर 1 घास लगाई गई है। यही नहीं 4 हजार मुरैया प्लांट से पौधों की बाड बनाई गई है। कुछ बड़े पौधे भी लगाए गए हैं, जिनमें फोनिक्स पाम और वाशिंगटोनिया पाम लिए गए हैं। इसमें एक साल मेन्टेनेन्स भी शामिल है। उन्होंने बताया कि निगम के पौधारोपन अभियान की शुरूआत बीते दिनो 50 एम.एल.डी. प्लांट से शुरू की गई थी। इसी कड़ी में सैक्टर-12 जाट धर्मशाला, फव्वारा पार्क, माता प्रकाश कौर प्रशिक्षण संस्थान रोड पर पौधे लगाए गए। बलड़ी स्थित शमशान घाट में 100 से अधिक छायादार पौधे लगाए गए। खास बात यह है कि वार्ड 17 के कुछ हिस्से व 8 एम.एल.डी. एसटीपी के पीछे व पार्क में बड़ी संख्या में यानि 8 हजार पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अभियान अभी जारी है, क्योंकि जुलाई, अगस्त और सितम्बर पौधारोपन के लिए माकूल समय होता है। इसके तहत सभी पार्कों, एसटीपी व इंटरमिडिएट पम्पिंग स्टेशन और खाली जगहों पर हवादार व छायादार पौधे लगाए जाएंगे। निगमायुक्त ने बताया कि उपरोक्त के अतिरिक्त वार्ड 3 में बैंक कॉलोनी का पार्क व फूसगढ़ के सामुदायिक केन्द्र के पास खेल के मैदान में भी घास व पौधे लगाने का अनुमान तैयार किया जा रहा है। पिछले दिनो इस कम्यूनिटी सेंटर का दौरा किया गया था, जिसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, हाई मास्ट लाईट और मुख्य गेट से हाल तक इंटरलॉकिंग टाईलें लगाने के निर्देश दिए गए थे, अब यह सभी कार्य पूर्ण हो गए हैं। निगमायुक्त ने शहर की जनता से भी अपील की है कि वे पौधारोपन कार्यक्रम में सहयोग देकर पुण्य का कार्य करें और लगाए गए पौधों का रख-रखाव भी सुनिश्चित करें। निगमायुक्त के दौरे में पौधोरापन के लिए निगम के अधीक्षण अभियंता दीपक किंगर, कार्यकारी अभियंता अक्षय भारद्वाज, कार्यकारी अभियंता बागवानी नरेश त्यागी, सहायक अभियंता सुनील भल्ला व मदन मोहन गर्ग तथा जेई मुनीष लालर मौजूद रहे।