अम्बाला। विधानसभा चुनाव जल्द ही होने वाले हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई हैं। हाल ही में लोकसभा सांसद चुने गए वरुण चौधरी की मुलाना सीट अम्बाला में चर्चा की विषय बनी हुई है। वरुण चौधरी ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव में विजय हासिल की और भाजपा की बंटो कटारिया को भारी मतों से हराया था।
अब जबकि वरुण चौधरी सांसद बन चुके हैं तो ऐसे में उनकी मुलाना सीट पर सभी की नजरें हैं। यहां से कांग्रेस किसे टिकट देती है, इस बारे में अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। लेकिन अगर मुलाना विधानसभा सीट की बात की जाए तो यहां के कांग्रेसी वोटर यही चाहते हैं कि मुलाना से चौधरी फूलचंद मुलाना के परिवार के किसी सदस्य को ही टिकट दी जाए। इसके पीछे का कारण ये है कि चौधरी फूलचंद मुलाना के परिवार ने मुलाना लंबे अर्से तक क्षेत्र की सेवा की है। लोगों के हर सुख-दुख में शामिल हुए हैं।
क्या कहते हैं ग्रामीण
अगर ग्राउंड पर बात की जाए तो यहां के लोगों का चौधरी फूलचंद मुलाना के परिवार से गहरा नाता है। यही कारण है कि स्थानीय लोग चाहते हैं कि वरुण चौधरी के बाद यहां से उनके परिवार के किसी सदस्य को ही टिकट दी जाए।
ग्रामीण हरप्रीत सिंह तेपला का कहना है कि वरुण चौधरी चौधरी फूलचंद मुलाना की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं और उन्होंने क्षेत्र में बहुत विकास कार्य करवाए हैं। हर किसी के साथ वरुण चौधरी हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर चले हैं। यही कारण है कि मुलाना कांग्रेस में कहीं भी राजनीति नहीं है। जबकि भाजपा में बहुत ज्यादा गुटबाजी है।
उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक संतोष सारवान पिछले पांच वर्षों में मुलाना हलके में नहीं नजर आईं। लेकिन जैसे ही चुनाव निकट हैं संतोष सारवान ने मुलाना में दौरे शुरू कर दिए हैं। जनता भी जानती है कि कौन उनके सुख-दुख में हमेशा खड़ा रहा है। और बाहरी लोगों को वैसे भी मुलाना के लोग पसंद नहीं करते हैं।