Mpox: कांगो में मंकी पॉक्स का कहर, 16 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित, 570 मौतें

0
81
Mpox: कांगो में मंकी पॉक्स का कहर, 16 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित, 570 मौतें
Mpox: कांगो में मंकी पॉक्स का कहर, 16 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित, 570 मौतें

Mpox Desease, (आज समाज), नई दिल्ली: मंकी पॉक्स (एमपॉक्स) का संक्रमण लगातार कई देशों में अपने पैर पसारता जा रहा है। अफ्रीकी देश cमें तो 16 हजार से ज्यादा लोगों को इस रोग ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है, वहीं इस देश में एमपॉक्स संक्रमण के कारण 570 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कांगो सरकार ने बढ़ते रोग के चलते जापान व अमेरिका से टीकों की मांग की है।

स्वास्थ्य मंत्री सैमुअल रोजर कांबा का बयान

कांगो के स्वास्थ्य मंत्री सैमुअल रोजर कांबा ने कहा कि कुछ ही दिन में देश संक्रमण के मामलों की संख्या 16 हजार से बढ़कर 16700 हो गई है। उन्होंने बताया कि मंकी पॉक्स मौतों का आंकड़ा 548 से बढ़कर 570 से अधिक हो गया है। रोजर कांबा ने कहा,  हमने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से टीकाकरण बढ़ाने और महाद्वीप में आपातकाल के बारे में कहा है।

एमपॉक्स वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित

डब्ल्यूएचओ ने हाल ही में दो साल में दूसरी बार एमपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है। कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में होने के बाद यह बीमारी पड़ोसी देशों में भी फैल गई है। जानकारी के अनुसार अमेरिका ने  संक्रमण से निपटने के लिए कांगो को 50 हजार टीके देने के लिए कहा है। वहीं  जापान ने सोमवार को बच्चों के लिए 35 लाख टीके देने पर सहमति जताई। स्वास्थ्य मंत्री रोजर कांबा ने कहा कि अगले सप्ताह तक टीके आने लगेंगे। उन्होंने लोगों को जागरूक कर यह भी कहा कि टीका हर बीमारी से बचा सकता है। टीके आते ही अभियान तेज कर दिया जाएगा।

डब्ल्यूएचओ ने जारी की हैं गाइडलाइन

डब्ल्यूएचओ ने एमपॉक्स से निपटने के लिए नई गाइडलाइन जारी करते हुए कहा है कि मंकी पॉक्स के प्रसार वाले इलाकों में टीकाकरण को लेकर रणनीति अपनाने की जरूरत है। संगठन ने एमपॉक्स के मामलों व इसके प्रसार की जांच करने के लिए भी कहा है। स्वास्थ्य विभाग को डब्ल्यूएचओ ने की ओर से हर हफ्ते नए मामलों की रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि एमपॉक्स पीड़ितों के संपर्क में आए लोगों की पहचान, निगरानी व सहायता की जाए। देशों को एमपॉक्स संक्रमितों के लिए भोजन व अन्य सहायता मुहैया कराने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।