आज समाज डिजिटल, Moodys On Adani Group : अडानी ग्रुप को लेकर विश्व के कई बड़े इनवेस्टर्स और फाइनेंशियल एजेंसियां अलर्ट मोड पर है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में अब तक 50 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। (Moody Rating Agency)
वहीं स्विजरलैंड की कंपनी Credit Suisse ने अडानी के बॉन्ड को लेने से मना दिया जिसके बाद से अडानी के लिए और भी मुश्किलें खड़ी हो गई। वहीं अब मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody’s Investors Service) भी अडानी ग्रुप (Adani Group) को लेकर अलर्ट हो गई है। मूडीज की नजर अडानी ग्रुप के फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी पर है। इन्वेस्टर्स सर्विस ने शुक्रवार को कहा कि वह अडानी ग्रुप के स्टॉक मूल्यों में जारी गिरावट को देखते हुए कंपनी की नगदी की स्थिति का भी आकलन कर रही है।
3 फरवरी को मूडीज ने कहा कि जारी घटनाओं की वजह से अडानी ग्रुप की इन्वेस्टमेंट या अगले एक-दो साल में मैच्योर हो रहे कर्ज को चुकाने की उनकी क्षमता में कमी आएगी। मूडीज ने कहा कि अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (Adani Ports and Special Economic Zone), अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Limited), और अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (Adani Transmission Limited) के लिए उनकी रेटिंग कंपनी के कैशफ्लो और मार्केट में उसकी स्तिथि पर आधारित है।
बता दें कि 24 जनवरी के बाद से अब तक 6 ट्रेडिंग सेशन में ग्रुप को लगभग 40 प्रतिशत (Hindenburg Research Report) से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। सबसे ज्यादा गिरावट अडानी इंटरप्राइसेस में हो रही है जोकि ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी है।
Adani Group की इन 3 कंपनियाें पर बढ़ी निगरानी (Adani Shares In ASM)
वहीं बीते दिन NSE ने अडानी ग्रुप के 3 शेयरों को ASM लिस्ट में भी डाल दिया गया है ताकि इन शेयरों में हो रहे भारी उतार चढ़ाव पर निगरानी रखी जा सके। इन तीन शेयरों में Adani Enterprises, Adani Port and Ambuja Cement शामिल है। एएसएम में डालने का मतलब यह है कि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए भी 100 फीसदी अपफ्रंट मार्जिन की जरूरत होगी, इससे शॉर्ट सेलिंग पर कुछ अंकुश लगेगा. इस कदम के पीछे सबसे बड़ा कारण है कि अडानी ग्रुप के शेयरों में काफी उतार चढ़ाव को कम किया जा सके। लेकिन बावजूद इसके इन शेयरों में लगातार गिरावट जारी है।
Dow Jones ने अपने इंडेक्स से Adani Enterprises को किया बाहर (Moodys On Adani Group)
इस बीच जैसे ही खबर आई कि अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंज डाउ जोंस के सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से अडाणी एंटरप्राइजेज को बाहर कर दिया है, वैसे ही कंपनी के शेयरों में आज सुबह 35% की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, दोपहर 12 बजे के बाद शेयर में कुछ रिकवरी देखी गई है और यह शेयर दिनभर की सारी गिरावट रिकवर कर गया।
लेकिन आगे क्या हाल रहेगा इसके बारे में किसी को नहीं पता है। अडानी इंटरप्राइसेस के एक शेयर की कीमत 13,00 रुपए के करीब पहुंच गई है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने से पहले एक शेयर का भाव 3,500 रुपए के करीब था। इस तरह कंपनी का शेयर 9 दिन में 70% गिरा चुका है।
RBI ने बैंकों से मांगा था ब्यौरा
भारतीय भारतीय रिजर्व बैंक ने भी विभिन्न घरेलू बैंकों (Domestic Banks) से अदाणी समूह (Adani Group) में उनके इन्वेस्टमेंट और कर्ज बारे में जानकारी देने को कहा है। केंद्रीय बैंक ने यह निर्णय अदाणी समूह के शेयरों में जारी उठा-पटक के बाद लिया।
हालांकि शुक्रवार को RBI ने बिना अडानी ग्रुप का नाम लिए कहा है कि देश का बैंकिंग सिस्टम मजबूत और स्थिर है। RBI ने कहा कि वह लगातार बैंकिंग सिस्टम की निगरानी कर रहा है। RBI ने कहा कि उसके पास बड़े कर्जों से संबंधित सूचनाओं का केंद्रीय संग्रह (CRILC) डेटाबेस प्रणाली है, जहां बैंक अपने 5 करोड़ और इससे अधिक के कर्ज की जानकारी देते हैं।
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