Haryana News Chandigarh (आज समाज) चंडीगढ़: मानसून में अब 3 दिन का ब्रेक लगेगा, इसके बाद फिर से रफ्तार पकड़ेगा। इस दौरान आमजन को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ेगा। वहीं प्रदेश में 1 जून से 8 जुलाई तक 72.1 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 14 प्रतिशत कम है। प्रदेश के दक्षिणी व पश्चिमी हिस्सों में लगातार मानसून गतिविधियों से सामान्य से अधिक बारिश दर्ज हुई है । महेंद्रगढ़ में 131 एमएम बारिश दर्ज की गई है तो नूंह में 75 .3 एमएम बारिश दर्ज की गई है। पश्चिमी क्षेत्र फतेहाबाद में 88.3 एमएम तो सिरसा में 56.5 एमएम बारिश दर्ज की गई है। उत्तरी व पूर्वी हिस्सों में स्थित करनाल, पानीपत जैसे जिलों में मानसून गतिविधियां कम होने से सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है। करनाल में जुलाई में अब तक 7.1 एमएम बारिश दर्ज की हे तो पानीपत में 3.5 एमएम ही दर्ज की गई है। डॉ. चंद्रमोहन के मुताबिक मानसून की सक्रियता बंगाल की खाड़ी में बनने वाले कम दबाव के क्षेत्र और कम दबाव क्षेत्र की लाइन पर निर्भर करता है। इस बार यह लगातार अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में स्थित है, जो राजस्थान के दक्षिणी हिस्सों में बनी हुई है। अभी हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में आने वाले तीन दिनों तक मानसून कमजोर बना रहेगा और सीमित स्थानों पर सिर्फ छिटपुट बूंदाबांदी ही देखने को मिलेगी। मगर 12 जुलाई को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से कम दबाव क्षेत्र की लाइन अपनी सामान्य स्थिति में आने की संभावना बन रही है, जिसकी वजह से हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में एक बार फिर से मानसूनी गतिविधियां तेज होंगी।