Aaj Samaj (आज समाज), Monsoon Session 24 July 2023, नई दिल्ली: मणिपुर मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में सोमवार को तीसरे दिन फिर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया, जिसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 स्थगित कर दी गई। सरकार ने लोकसभा में जहां विपक्ष से मुणिपुर मामले में चर्चा की बात कही, वहीं, विपक्ष पीएम मोदी के बयान देने की मांग पर अड़ा रहा। राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर 140 करोड़ लोगों का नेता संसद के बाहर बयान देता है, तो उसे संसद में बयान देना चाहिए जहां लोगों के प्रतिनिधि बैठते हैं।
- पीएम मोदी को संसद में बयान देना चाहिए : मल्लिकार्जुन खड़गे
राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई, जो पहले 12 बजे तक स्थगित हुई। उसके बाद 2 बजे और फिर हंगामे के चलते तीन बजे तक टली। तीन बजे फिर विपक्ष ने शोर-शराबा किया जिसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक स्थगित की गई। लोकसभा की कार्यवाही भी जब सुबह 11 बजे शुरू हुई, तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके चलते कार्यवाही पहले दो बजे फिर 2.30 बजे और फिर कल तक स्थगित करनी पड़ी।
मैं सदन में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हूं : गृह मंत्री
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, मैं सदन में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हूं, लेकिन मुझे नहीं पता कि विपक्ष यह चर्चा क्यों नहीं होने दे रहे। उन्होंने कहा, मेरा आग्रह है कि विपक्ष चर्चा होने दे, ताकि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर देश के सामने सच्चाई पहुंचे। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, विपक्ष कोई चर्चा नहीं चाहता, क्योंकि अगर चर्चा होती है तो सच बाहर आएगा। सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, कांग्रेस बहस के लिए कभी नहीं आएगी, ये डरे हुए हैं, क्योंकि बहस के द्वारा जो सच बाहर आएगा, उससे ये डरते हैं।
बिहार में जो लाठीचार्ज, बंगाल में पर भी बहस होनी चाहिए : सुशील कुमार मोदी
बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने संसद के बाहर बयान देते हुए कहा, हम मणिपुर पर बहस के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके साथ बिहार में जो लाठीचार्ज हुआ, पश्चिम बंगाल में जो हिंसा हुई, उस पर भी बहस होनी चाहिए। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी विपक्ष को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा, विपक्ष पहले मणिपुर मुद्दे पर चर्चा तो शुरू करे। जब तक चर्चा शुरू नहीं करेंगे तब तक जनता तक यह बात कैसे जाएगी कि विपक्ष क्या सोच रहा है या सत्ता पक्ष क्या सोच रहा है। उन्होंने कहा कि सड़क पर उतरकर हंगामा करके कुछ नहीं होने वाला।
सभापति और टीएमसी सांसद डेरेक के बीच तीखी नोकझोंक
राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच सभापति जगदीप धनखड़ और टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के बीच भी तीखी नोकझोंक देखने को मिली। दरअसल, धनखड़ ने नियम 176 के तहत प्राप्त 11 नोटिसों का विवरण देते हुए सांसदों और उनसे संबंधित राजनीतिक दलों के नाम पढ़े, जिसमें राजस्थान से लेकर मणिपुर तक के राज्यों में हिंसा पर अल्पकालिक चर्चा की मांग की गई थी। लेकिन, जब उन्होंने विपक्षी दलों के सांसदों से नियम 267 के तहत प्राप्त नोटिस को पढ़ना शुरू किया, जिन्होंने मणिपुर मुद्दे को उठाने के लिए दिन के कामकाज को अलग करने की मांग की, तो उन्होंने पार्टी का उल्लेख नहीं किया।
इसपर नाराज डेरेक ने सभापति से उन सांसदों की पार्टियों का भी उल्लेख करने को कहा, जिन्होंने नियम 267 के तहत नोटिस दिया था, जैसा कि उन्होंने नियम 176 के तहत नोटिस देने वाले सांसदों के लिए किया था। विपक्ष के हंगामे के बीच डेरेक ने सभापति से पार्टी का नाम भी लेने को कहा और शोर मचाने लगे। इसपर धनखड़ भड़क गए और उन्होंने सांसद को सीट पर बैठने को कहा। धनखड़ ने कहा, डेरेक आप सीट पर बैठें, आप मुझे चैलेंज कर रहे हैं।
आप नेता संजय सिंह पूरे सत्र के लिए सस्पेंड
आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह हंगामे के बीच राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की कुर्सी के सामने पहुंचकर विरोध करने लगे थे। इस दौरान वह धनखड़ को हाथ दिखाकर कुछ बोल रहे थे। इसके बाद उन्हें पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि राज्यसभा में जब कार्यवाही चल रही थी और सांसद सवाल जवाब कर रहे थे। तभी संजय सभापति धनखड़ की कुर्सी के सामने आकर जोर जोर से बोल रहे थे। वहीं, धनखड़ उन्हें सीट पर बैठने के लिए कह रहे थे, लेकिन संजय वहीं डटे रहे। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
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