सामान्य से 40 प्रतिशत कम बारिश ने बागवानों, किसानों की बढ़ाई चिंता
Himachal Weather Alert (आज समाज), शिमला: इस साल मानसून समय से प्रदेश में प्रवेश कर गया। मानसून की शुरुआत भी आशानुरूप रही। लेकिन फिर एकाएक मानसून ने बेरुखी कर ली। छिटपुट बारिश प्रदेश में लगातार हो रही है लेकिन मानसून वाली बरसात का अभी पूरे प्रदेश को इंतजार है। हालात यह हैं कि प्रदेश के कई हिस्से सूखे जैसी स्थिति से गुजर रहे हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि अब तक मानसून सामान्य से 40 फीसदी कम बरसा है। 27 जून से 24 जुलाई तक प्रदेश में 293 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है, लेकिन इस अवधि में 177 मिलीमीटर बारिश ही दर्ज हुई है। प्रदेश के सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश होने के चलते कई क्षेत्रों में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। मैदानी और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में नदी-नाले सूखने लगे हैं। बावड़ियों में भी पानी की मात्रा कम हो गई है।
गत रात्रि मनाली के सोलंगनाला के साथ लगते अंजनी महादेव मे बादल फटने से पलचान में भारी तबाही हुई है। पलचान पुल पर मलबा आने से मनाली लेह मार्ग अवरुद्ध हो गया है। बादल फटने से आई बाढ़ से पलचान में एक मकान भी ढह गया।
इसके अलावा नदी में बने एक बिजली प्रोजेक्ट को भी नुकसान हुआ है। एसडीएम मनाली रमण कुमार शर्मा रात में टीम के साथ मौके पर पहुंचे। नदी तट पर बसे लोगों को अलर्ट कराया गया है। उन्होंने बताया की बाढ़ आने से भारी नुकसान हुआ है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
प्रदेश में आने वाले दिनों के लिए मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। दूसरी तरफ प्रदेश सरकार ने पर्यटकों को यह अपील की है कि वे प्रदेश में आने से पहले मौसम की जानकारी आवश्यक ले लें। इसके साथ ही आम नागरिकों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि नदी, नालों और गहरे स्थानों पर जाने से गुरेज करें। यातायात के लिए उन मार्गों का प्रयोग न करें जिनपर भूस्खलन की संभावना जताई जा रही है। दूसरी तरफ कहा गया है कि जितना हो सके अपने घरों और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। ताकि जानी नुकसान की संभावना को कम से कम किया जा सके।