Punjab Weather Update (आज समाज, चंडीगढ़): पूरे उत्तर भारत सहित पंजाब में भी मानसून की समय पर एंट्री हुई। शुरू में सामान्य रहने के बाद मानसून कमजोर पड़ गया। जिसके बाद बारिश में कमी आई। मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में 12 जुलाई तक सामान्य से कम बरसात हुई है। जिसके चलते प्रदेश के लोगों को गर्मी से दो चार होना पड़ रहा है।
हालांकि मौसम विभाग ने यह उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में मानसून फिर से सक्रिय हो सकता है जिसके बाद बारिश की कमी पूरी हो सकती है। लेकिन अभी जो हालात हैं उनमें तो धरतीपुत्र के साथ-साथ अन्य लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
आसमानी बिजली गिरने से दो की मौत
शुक्रवार को राज्य के कुछ शहरों में हल्की बारिश हुई थी। सबसे ज्यादा अमृतसर में 19 मिलीमीटर और पठानकोट में 13.5 मिमी दर्ज की गई। बरसात के कारण जलालाबाद के गांव चक्क टाहलीवाला में बिजली गिरने से चाचा-भतीजा की मौत हो गई। कश्मीर सिंह फौज में तैनात थे, जो 15 दिन की छुट्टी पर आए थे और अपने भतीजे के साथ खेत में काम कर रहे थे। उनका भतीजा सुरजीत उर्फ सोना सिंह (22 वर्ष) जलालाबाद आईटीआई में डिप्लोमा कर रहा था।
वे उसके साथ भारत-पाकिस्तान सरहदी इलाके में खेतों में काम कर रहे थे, तभी अचानक बरसात शुरू हो गई और आसमान में बिजली चमकने लगी। बिजली गिरने से दोनों उसकी चपेट में आ गए और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
भूमिगत जल पर बढ़ा दवाब
बारिश की कमी के चलते प्रदेश के किसानों को धान रोपाई व इसकी सिंचाई के लिए अब भूमिगत जल पर निर्भर रहना पड़ रहा है। जिसके चलते भूमिगत जल का ज्यादा दोहन हो रहा है। प्रदेश सरकार जहां किसानों को भूमिगत जल का कम से कम दोहन करने पर जोर दे रही है वहीं बारिश न होने के चलते धान की फसल के लिए किसानों को भूमिगत जल पर निर्भर होना पड़ रहा है।