आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने विजयादशमी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 96वें स्थापना दिवस पर लोगों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने देश के लोगों को एकजुटता बनाए रखने और विशेषकर हिंदुओं को बलसंपन्न होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश में अराजकता का माहौल बनाया जा रहा है, कुछ कट्टरपंथी लोग देश को बांटने का काम कर रहे हैं। इसलिए हिंदुओं को बल संपन्न और संगठित होने की जरूरत है और यही सभी समस्याओं का हल भी है।
मंदिरों की जमीनों को हड़पा जा रहा
अपने संबोधन में मोहन भागवत ने कहा कि वर्तमान में हिंदुओं के मंदिरों की जमीनों को हड़पा जा रहा है। इसलिए यह जरूरी है कि हिंदू मंदिरों का संचालन हिंदू भक्तों के ही हाथों में रहे तथा मंदिरों की सम्पत्ति का उपयोग हिंदू समाज की सेवा में ही हो।
जनसंख्या नीति पर विचार करने का समय
संघ प्रमुख ने कहा कि सीमावर्ती राज्यों में आबादी असंतुलित हो गई है। इसलिए जनसंख्या नीति पर विचार होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1951 से 2011 के बीच जससंख्या वृद्धि दर में भारी अंतर के कारण देश की जनसंख्या में जहां भारत में उत्पन्न मत पंथों के अनुयायियों का अनुपात 88 प्रतिशत से घटकर 83.8 प्रतिशत रह गया है। वहीं मुस्लिम जनसंख्या का अनुपात 9.8 से बढ़कर 14.23 प्रतिशत हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद आम लोगों को फायदा हुआ है। वहां आतंकी अपने डर के कारण टिके हुए थे, लेकिन 370 हटने के बाद वह डर खत्म हो गया है।