Mohammad Siraj met Virat’s trust: विराट के भरोसे पर खरे उतरे मोहम्मद सिराज

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आरसीबी के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज की आम तौर पर छवि एक महंगे या यह कहिए कि पिटने वाले गेंदबाज़ की रही है। उनके आते ही बल्लेबाज़ों की बांछे खिल जाती हैं लेकिन इस आईपीएल में वह अलग ही अंदाज़ में दिखाई दे रहे हैं। केकेआर के खिलाफ उन्होंने न सिर्फ लगातार दो मेडन ओवर करने का आईपीएल का ऑलटाइम रिकॉर्ड अपने नाम किया बल्कि राहुल त्रिपाठी, नीतीश राणा और टॉम बेंटन के महत्वपूर्ण विकेट चटकाकर साबित कर दिया कि उन्होंने न सिर्फ रन बचाने की कला में सुधार किया है बल्कि वह विपक्षी टीम के तगड़े विकेट चटकाना भी जानते हैं।

राहुल को उन्होंने शॉर्ट ऑफ लेंग्थ पर, नीतीश को उछाल लेती फुल स्विंगिंग यॉर्कर पर आउट किया जबकि बेंटन उनकी गेंद पर बल्ले का किनारा लेती हुई गेंद पर आउट हुए। उन्होंने चार ओवर में केवल आठ रन खर्च किए। उनकी गेंदबाज़ी की सबसे बड़ी विशेषता लेंग्थ बॉल और बीच बीच में शॉर्ट गेंदों का इस्तेमाल और सक्रैम्बल्ड सीम गेंदें थीं, जिससे उन्होंने कहर बरपा दिया और केकेआर की कागज़ों पर धाकड़ बल्लेबाज़ी को ध्वस्त कर दिया।

मैच के बाद सिराज ने कहा कि विराट ने उन्हें नीतीश राणा को  बाउंसर फेंकने की सलाह दी थी लेकिन उन्होंने अपने रन-अप की शुरुआत में ही अपना विचार बदल लिया और गेंद को आगे पिच किया जिससे यह बल्लेबाज पहली ही गेंद पर आउट हो गया। उनका ये भी कहना कि विराट उन्हें नई गेंद सौंपेंगे, इसका उन्हें अंदाज़ा नहीं था जबकि उन्होंने आखिरी बार नई गेंद तीन साल पहले सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए थामी थी। सिराज ने कहा कि वह लम्हा उनके लिए यादगार था और उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

ऑटोरिक्शा ड्राइवर के सुपुत्र सिराज ने जीवन में उतार-चढ़ावों को बहुत करीब से देखा है। पांच साल पहले उन्हें रणजी ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला तो 18.92 के औसत से 41 विकेट लेकर वह हैदराबाद की ओर से सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ साबित हुए। तीन साल पहले जब सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें 2.6 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया तो उनकी तकदीर बदल गई। अगले ही साल उन्हें आरसीबी ने अपनी टीम में शामिल किया। विजय हज़ारे ट्रॉफी में सात मैचों में 23 विकेट लेकर उन्होंने सीमित ओवर के क्रिकेट में अपनी उपयोगिता साबित की।

सिराज को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में वनडे खेलने का मौका मिला जिसमें वह काफी महंगे साबित हुए। न्यूज़ीलैंड, श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने टी-20 मैच खेलने का मौका मिला। उन्होंने हर बार एक-एक विकेट चटकाया लेकिन रनों पर अंकुश नहीं लगा पाए। उनके साथ सबसे अच्छी बात यह है कि विराट कोहली का उनमें काफी भरोसा है। वह महंगे भी साबित होते हैं तो भी विराट विचलित नहीं होते और उन्हें हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करते हैं। कप्तान का भरोसा जीतने के बाद इस गेंदबाज़ ने केकेआर के खिलाफ शानदार गेंदबाज़ी से सबका दिल जीत लिया। उम्मीद करनी चाहिए कि जल्द ही सिराज टीम इंडिया में भी ऐसा ही प्रदर्शन करके सबका भरोसा जीतने में क़ामयाब होंगे।

पुष्पांग