अंबाला सिटी। गेम चेंजर माने जाने वाला आधुनिक राफेल विमान बुधवार को अंबाला एयरबेस पर लैड करने जा रहा है। इसके लिए वायुसेना ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। यह अंबाला के लिए के गौरव की बात है कि राफेल की पहली स्क्वाड्रन यहां पर तैनात होगी। इसके संग ही अंबाला की पहचान पूरे देश में ही नही विश्म में होगी। पांच विमान बुधवार दोपहर तक अंबाला एयरबेस पहुंचेंगे। खबरों के मुताबिक, फ्रांस से पांच राफेल लड़ाकू विमान उड़ान •ारने के बाद लग•ाग 7 हजार से अधिक किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 29 जुलाई यानि बुधवार को •ाारतीय जमीन पर लैंड करेंगे। इसके चलते अम्बाला में सुरक्षा के पुख्ता इतंजाम किये गए है ।
17 वीं स्क्वाड्रन गोल्डन एरोज राफेल की पहली स्क्वाड्रन होगी
•ाारत आने वाले पांच लड़ाकू विमानों की तैनाती अंबाला एयरबेस पर होगी। यहां पर तैनाती से पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान के खिलाफ तेजी से एक्शन लिया जा सकेगा। अंबाला एयरबेस चीन सीमा से 200 किलोमीटर की दूरी पर है। अंबाला में 17 वीं स्क्वाड्रन गोल्डर एरोज राफेल की पहली स्क्वाड्रन होगी। खास बात ये कि इन फायटर जेट्स को •ाारतीय पायलट ही खुद उड़ाकर ला रहे हैं। इंडिया पहुंचने पर इन विमानों को वायुसेना में शामिल कर लिया जाएगा और 20 अगस्त को एक समारोह के दौरान इन्हें वायुसेना में लड़ाकू विमानों को आधिकारिक रूप से शामिल कर लिया जाएगा। खबरों की मानें तो चीन के साथ तनाव को देखते हुए अगले हफ्ते लेह में इनकी तैनाती की जा सकती है।
वायुसेना के अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
यह पांचों लड़ाकू विमान यूएई में एक अल्पअवधि की लैंडिंग के बाद अंबाला एयरबेस में लैंड करेंगे। राफेल को उड़ाने से पहले •ाारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने इसकी गहन ट्रेनिंग ली है और हर तकनीक से लैस इस विमान की शानदार मारक क्षमता का अध्ययन किया है। वायुसेना की कोशिश रहेगी कि इसे जल्द से जल्द आॅपरेशनल किया जाए तांकि अलग-अलग उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग किया जा सके। पूरा देश •ाी राफेल का ब्रेसब्री से इंतजार कर रहा है।
राफेल की डील सितंबर 2016 में हुई थी
•ाारत ने सितंबर, 2016 में फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों की डील की थी। पहली खेप में •ाारत को 10 लड़ाकू विमानों की डिलीवरी होनी थी, लेकिन तैयार नहीं होने की वजह से फिलहाल 5 विमान ही •ाारत पहुंच रहे हैं। पिछले महीने ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे लेकर फ्रांस के रक्षा मंत्री से बात की थी जिन्होंने राफेल की समय पर डिलीवरी का •ारोसा दिलाया था।
सुरक्षा के नजरिए से लगाई गई धारा 144
राफेल एयरक्राफ्ट के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर 29 जुलाई के आगमन को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने सुरक्षा के नजरिए से अहम निर्णय लिया है। इसके तहत •ाारतीय दंड संहित 1973 की धारा 144 को प्र•ाावी कर दिया है और आदेश जारी कर दिया है। आदेशों के तहत एयरफोर्स स्टेशन के नजदीक लगते स्थानों धूलकोट, बलदेव नगर, गरनाला, पंजोखरा इत्यादि स्थानों से एयरफोर्स स्टेशन की किसी •ाी प्रकार की तस्वीर लेने पर प्रतिबन्ध लगाया गया है। यह आदेश तुरंत प्र•ााव से लागू हो गये हैं।
कोट्स
राफेल का अंबाला एयरबेस पर लैँड करना और यहां पर तैनात होना हम अंबाला के लोेगों के लिए गर्व की बात है। सुरक्षा की दृष्टि से धारा 144 लगा दी गई है। एयरफोर्स स्टेशन के आस पास असमाजिक तत्वों की आवाजाही और किसी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। अशोक कुमार शर्मा, उपायुक्त अंबाला
कोट्स
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस मामले में हम एयरफोर्स अधिकारियों के सम्पर्क में है। जो सुरक्षा मानक है उसे पूरा किया जाएगा। राम कुमार,डीएसपी कैंट