(Moaning While Sleeping) सोते समय कराहना, जिसे नॉक्टर्नल ग्रोनिंग (nocturnal groaning) या कैटाथ्रेनिया (catathrenia) भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति नींद के दौरान आवाजें निकालता है, जैसे कि कराहना, कराना, या आहें भरना। यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन पुरुषों में अधिक आम है।
सोते समय कराहने के कारण:
सोते समय कराहने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
स्लीप एपनिया: यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को नींद के दौरान सांस लेने में कठिनाई होती है। स्लीप एपनिया से पीड़ित लोगों को अक्सर खर्राटे आते हैं और वे सोते समय कराह सकते हैं।
टॉन्सिल और एडेनोइड्स का बढ़ना: बच्चों में, टॉन्सिल और एडेनोइड्स का बढ़ना सोते समय कराहने का एक आम कारण है।
एलर्जी: कुछ लोगों को एलर्जी के कारण भी सोते समय कराहने की समस्या हो सकती है।
तनाव: तनाव भी सोते समय कराहने का एक कारण हो सकता है।
कुछ दवाएं: कुछ दवाएं भी सोते समय कराहने का कारण बन सकती हैं।
न्यूरोलॉजिकल समस्याएं: कुछ न्यूरोलॉजिकल समस्याएं, जैसे कि पार्किंसंस रोग, भी सोते समय कराहने का कारण बन सकती हैं।
सोते समय कराहने के लक्षण:
सोते समय कराहने के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
नींद के दौरान आवाजें निकालना, जैसे कि कराहना, कराना, या आहें भरना जोर से खर्राटे लेना दिन के दौरान अत्यधिक नींद आना सुबह उठने पर थकान महसूस होना, चिड़चिड़ापन, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, सोते समय कराहने का निदान:
यदि आपको सोते समय कराहने की समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपकी नींद के इतिहास और लक्षणों के बारे में पूछेंगे। वे आपको स्लीप स्टडी कराने के लिए भी कह सकते हैं। स्लीप स्टडी एक ऐसा परीक्षण है जो आपकी नींद के दौरान आपके मस्तिष्क की गतिविधि, हृदय गति, और सांस लेने के पैटर्न को मापता है।
सोते समय कराहने का उपचार:
सोते समय कराहने का उपचार कारण पर निर्भर करता है। यदि आपको स्लीप एपनिया है, तो डॉक्टर आपको CPAP मशीन का उपयोग करने की सलाह दे सकते हैं। CPAP मशीन एक ऐसा उपकरण है जो आपको सोते समय सांस लेने में मदद करता है। यदि आपके टॉन्सिल और एडेनोइड्स बढ़े हुए हैं, तो डॉक्टर उन्हें हटाने के लिए सर्जरी की सिफारिश कर सकते हैं। यदि आपको एलर्जी है, तो डॉक्टर आपको एलर्जी की दवाएं दे सकते हैं। तनाव के कारण होने वाले सोते समय कराहने का इलाज तनाव प्रबंधन तकनीकों, जैसे कि योग और ध्यान, से किया जा सकता है।
सोते समय कराहने से बचाव:
सोते समय कराहने से बचने के लिए आप कुछ चीजें कर सकते हैं, जैसे कि: स्वस्थ वजन बनाए रखें, नियमित रूप से व्यायाम करें, पर्याप्त नींद लें, शराब और कैफीन से बचें, अपनी पीठ के बल सोने से बचें
निष्कर्ष:
सोते समय कराहना एक आम समस्या है जो किसी भी उम्र में हो सकती है। यदि आपको सोते समय कराहने की समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपको उचित निदान और उपचार योजना बता सकते हैं।
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