पंकज सोनी, भिवानी :
स्थानीय देवी बाई आश्रम में हरियाणा पंजाबी संस्कृति संघ द्वारा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में ऐसे लोगो को सम्मानित किया जिन्होंने समाज के लिए अनूठी पहल की। इसी कड़ी में जींद के विधायक डॉ कृष्ण मिड्डा को विधानसभा में रिफ्यूजी शब्द को बैन करने की मांग उठाने बारे सम्मानित किया। वही देवी बाई आश्रम में लगातार कोरोना काल से भूखों को भोजन करवाने व उनकी व्यवस्था करने को लेकर देवी बाई आश्रम के प्रधान आशु कामरा को सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि विधानसभा के सत्र के दौरान डॉ कृष्ण मिड्डा को बोलने का मौका मिला तो उन्होंने प्रदेश में रिफ्यूजी शब्द को बैन करने की मांग उठाई और इस ओर सख्त कानून बनाये जाने के लिए सरकार से आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पंजाबी समाज ने धर्म के लिये अपना सब कुछ छोड़कर भारत के इस हिस्से में रहना पसंद किया था। कुछ लोगो ने उन्हें रिफ्यूजी कहना शुरू कर दिया था। ऐसे शब्द उनके दिल को गहरी टीस पहुंचाते है। उन्होंने कहा कि वे लोग भारत के है और भारत के दूसरे हिस्से से इस हिस्से में रहना शुरू किया था। दूसरा हिस्सा पाकिस्तान में चला गया था। डॉ कृष्ण मिड्डा ने सरकार से मांग की थी कि वे इस रिफ्यूजी शब्द को बैन करवाये ओर इस पर कठोर कानून बनाये। इसको लेकर पंजाबी समाज मे उत्साह है। समाज के लोगो मे इस कानून को बनाये जाने की उम्मीद जगी है। जींद के विधायक डॉ कृष्ण मिड्डा द्वारा ये आवाज उठाई जाने को लेकर स्थानीय देवीबाई आश्रम में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें कृष्ण मिड्डा को पंजाबी समाज द्वारा शेर ए हरियाणा की उपाधि से सम्मानित किया गया। इस मौकेपर आशु कामरा को भी समाज के लोगो ने सम्मानित किया। उन्होंने कोविड के दौरान जरूरत मद लोगो को भोजन उपलब्ध करवाया था। इस मौके पर संघ के प्रदेशाध्यक्ष हरीश आजाद ने कहा कि मिड्डा ने लड़कियों की शादी के समय नाम बदलने पर उनके आधार कार्ड में उनके पुराने नाम के साथ उर्फ लगाया जाने की भी मांग उठाई है। जो कि काबिले तारीफ है। इस अवसर पर सरदार कृष्ण इलाहाबादी, मनीष आनंद, परविंदर मल्होत्रा, नवीन मल्होत्रा, राजेश तलवार, रितेश, गिरधारी लाल अनेजा, नरेश धमीजा, राजन, समीर, चीनू मुंझाल सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।