लंदन। भारतीय मूल की मिस इंग्लैंड रहींमॉडल नेदुनिया में कोरोना संक्रमण को देखते हुए दोबारा अपने पुराने पेश में जाने का मन बना लिया है। मिस इंग्लैंड भाषा मुखर्जी 2019 में यह खिताब जीता था। भाषा अब दोबारा इंग्लैंड लौटकर डॉक्टर बनकर कोरोना के खिलाफ अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। अब वे अगस्त तक मरीजों के उपचार में जुटी रहेंगी। जरूरत पड़ी तो वे आगे भी अपनी सेवाओं को विस्तार दे सकती हैं। 24 वर्षीय भाष मिस इंग्लैंड बनने के पहले जूनियर डॉक्टर के पद पर तैनात हुआ करती थीं। उन्होंने दिसंबर 2019 में मिस इंग्लैंड बनने के बाद इस पेशे को अलविदा कह दिया था। भाषा बोस्टन के पिलिग्रिम हॉस्पिटल में काम करती थीं। भाषा मुखर्जी ने कहा कि उन्हें लग रहा था कि मानवता के कार्यों के लिए ही उन्हें मिस इंग्लैंड का ताज मिला है। जब दुनिया कोरोना वायरस जैसी महामारी से जूझ रही है तो ऐसे हालात में अलग कैसे रह सकती हूं। मेरे लिए इससे अच्छा समय नहीं सकता कि जरूरत के वक्त देश की मदद करूं।