परिजनों से शव लेने से किया इनकार
Mahendragarh News (आज समाज) महेंद्रगढ़: जिले के एक गांव में परचून की दुकान पर हुई कहासुनी में बदमाशों ने 12वीं के छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी। फायरिंग में मृतक के दो चचरे भाइयों को भी गोली लगी है। जिनको उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे। उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस 4 टीमों का गठन कर दिया है, लेकिन कोई भी आरोपी अब तक पकड़ा नहीं गया। बदमाश युवक भी उनके गांव के ही रहने वाले हैं। इधर, सतनाली पुलिस व हेड क्वार्टर डीएसपी सुरेश कुमार मामले की सूचना मिलने के बाद रात में ही अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने कहा है कि मामले में पूरी कार्रवाई की जाएगी और आरोपियों को जल्द पकड़ा जाएगा।
दुकान पर सामना लेने गया था सुंदर सिंह
यह मामला महेंद्रगढ़ के राजावास गांव का है। मृतक की पहचान महेंद्र सिंह पुत्र सुंदर सिंह के रूप में हुई है। वह साढ़े 17 साल का था। वहीं, घायलों में मृतक के ताऊ का लड़का मुकेश सिंह (35) और चाचा का लड़का मूलचंद सिंह (28) शामिल हैं। महेंद्र सिंह की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि वह पेशे से मजदूर हैं। बीते गुरुवार की रात करीब साढ़े 8 बजे उनका बेटा सुंदर गांव में रामभगत की परचून की दुकान पर सामान लेने गया था। उसके साथ मुकेश और मूलचंद भी थे।
मुकेश के भी पैरों पर लगी गोली
मृतक के पिता ने बताया कि तभी मूलचंद चिल्लाता हुआ घर पहुंचा। वह लहूलुहान था और उसके हाथ-पैर में गोली लगी। घरवालों ने बाहर दौड़कर उसे संभाला। इसके बाद उसने सूचना दी कि दुकान पर झगड़ा हो गया है। गोली चली है। यह सुनकर घर के सभी लोग रामभगत की दुकान की ओर दौड़े। वहां जाकर देखा कि सुंदर और मुकेश जमीन पर पड़े थे। उनके खून चल रहा था। थोड़ी जांच की तो देखा कि सुंदर की छाती में गोली लगी थी। वहीं, मुकेश के भी पैरों पर गोलियां मारी गई थीं।
महेंद्र सिंह ने कहा कि मौके पर मौजूद लोगों की सहायता से फौरन सभी घायलों को सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन सुंदर को वहां मृत घोषित कर दिया। जबकि, मुकेश और मूलचंद को प्राथमिक उपचार देकर रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अडे परिजन
परिजनों के अनुसार, गोलियां गांव के ही युवकों ने चलाई हैं। उनमें सत्यवान का बेटा अजय, पुलिसकर्मी ज्ञानीराम का बेटा अजय और भीमसिंह का बेटा चीमन शामिल हैं। परिजनों ने इन युवकों के खिलाफ हत्या की एफआईआर भी दर्ज करवा दी है। हालांकि, मृतक के चाचा मदनलाल का कहना है कि जब तक पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ लेती, हम डेडबॉडी नहीं लेंगे। जरूरत पड़ी तो रोड जाम भी किया जाएगा।